सरकार निजी बस ऑपरेटरों को देगी एचआरटीसी के घाटे वाले रूट , ग्रामीण इलाकों में 168 बस रूट चल रहे घाटे में 

एचआरटीसी के घाटे के 168 रूट प्राइवेट ऑपरेटरों को दिए जाएंगे और इन रूटों पर प्राइवेट बस ऑपरेटर्स बसें चलाएंगे। मंत्रिमंडल की मंजूरी मिलने के बाद इस पर काम शुरू हो गया है। निगम के करीब 50 घाटे वाले रूट पहले निजी ऑपरेटरों को दिए जा चुके हैं। अब 168 रूटों को निजी हाथों में देने के बाद निगम में भी बड़े स्तर पर बदलाव होगा

Aug 19, 2024 - 19:52
Aug 19, 2024 - 20:14
 0  17
सरकार निजी बस ऑपरेटरों को देगी एचआरटीसी के घाटे वाले रूट , ग्रामीण इलाकों में 168 बस रूट चल रहे घाटे में 
यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला  19-08-2024
एचआरटीसी के घाटे के 168 रूट प्राइवेट ऑपरेटरों को दिए जाएंगे और इन रूटों पर प्राइवेट बस ऑपरेटर्स बसें चलाएंगे। मंत्रिमंडल की मंजूरी मिलने के बाद इस पर काम शुरू हो गया है। निगम के करीब 50 घाटे वाले रूट पहले निजी ऑपरेटरों को दिए जा चुके हैं। अब 168 रूटों को निजी हाथों में देने के बाद निगम में भी बड़े स्तर पर बदलाव होगा। 
निगम का बस बेड़ा कम होगा , जिसके बाद कर्मचारियों की कैडर स्ट्रैंथ भी कम करनी पड़ेगी। एचआरटीसी में 12 हजार कर्मचारी हैं। इसमें 9 हजार चालक - परिचालक हैं। निगम प्रबंधन के अनुसार घाटे के रूटों पर बस सेवा बंद होने के बाद चालक-परिचालक सरप्लस हो जाएंगे। पहले चरण में युक्तिकरण की प्रक्रिया को अपनाया जाएगा। इसके तहत सरप्लस स्टाफ को अन्य डिपुओं में भेजा जाएगा। अगले 5 सालों में कितने कर्मचारी सेवानिवृत्त होने वाले हैं , कितनों की पदोन्नति देय है इसका पूरा खाका तैयार किया जाएगा। 
इसके अनुसार आगामी प्रक्रिया अमल में लाई जाएगी। यदि निगम के पास फिर भी स्टाफ सरप्लस हो जाता है तो अन्य विभागों को चालक-परिचालकों को भेजने का निर्णय लिया जा सकता है या फिर सरप्लस पूल में इन कर्मचारियों को भेजा जाएगा। निगम चालकों को तो अन्य विभागों में भेज सकता है, लेकिन परिचालकों से क्या काम लेना है इस पर अभी विचार चल रहा है।

What's Your Reaction?

like

dislike

love

funny

angry

sad

wow