किसान के बिना नहीं हो सकती समृद्धि , कृषि मंत्री ने किया 7 हजार करोड़ रुपए के एग्रीश्योर फंड का शुभारंभ 

केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण तथा ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज पूसा नई दिल्ली में एग्रीश्योर फंड और कृषि निवेश पोर्टल का शुभारंभ किया। शिवराज सिंह चौहान ने विभिन्न श्रेणियों में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले बैंकों और राज्यों को उनके प्रयासों की सराहना करते हुए एआईएफ उत्कृष्टता पुरस्कार प्रदान किये।

Sep 3, 2024 - 19:36
Sep 3, 2024 - 20:12
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किसान के बिना नहीं हो सकती समृद्धि , कृषि मंत्री ने किया 7 हजार करोड़ रुपए के एग्रीश्योर फंड का शुभारंभ 
न्यूज़ एजेंसी - नई दिल्ली  03-09-2024

केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण तथा ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज पूसा नई दिल्ली में एग्रीश्योर फंड और कृषि निवेश पोर्टल का शुभारंभ किया। शिवराज सिंह चौहान ने विभिन्न श्रेणियों में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले बैंकों और राज्यों को उनके प्रयासों की सराहना करते हुए एआईएफ उत्कृष्टता पुरस्कार प्रदान किये। इस कार्यक्रम में केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण राज्य मंत्री भागीरथ चौधरी और राम नाथ ठाकुर और सचिव देवेश  चतुर्वेदी भी मौजूद थे। चौहान ने कहा कृषि भारतीय अर्थव्यवस्था की रीढ़ है तो किसान उसके प्राण है देश की जीडीपी में 18 % योगदान आज भी कृषि का है। किसान सबसे बड़ा उत्पादक भी है और उपभोक्ता भी है 50% से ज्यादा लोग खेती पर जिंदा हैं। 
कृषि मंत्री और किसान कल्याण मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री ने खेती में आय दोगुनी करने का अभियान शुरू किया हैं और उनके पास किसानों के लिए 6 सूत्र हैं, जिन पर वे काम कर रहे हैं। पहला उत्पादन बढ़ाना, जिसके लिए अच्छे बीज जरूरी हैं। शिवराज सिंह चौहान ने कहा की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 65 फसलों के बीजों की 109 प्रजातियां किसानों को समर्पित की हैं। उन्होंने बताया कि चावल की एक किस्म ऐसी है जिसे 30 फीसदी कम पानी की जरूरत होती है। बाजरा की एक किस्म ऐसी है जिसकी फसल 70 दिन में तैयार हो जाती है। ऐसे बीज हैं, जो जलवायु के अनुकूल हैं और बढ़ते तापमान में भी बेहतर उत्पादन देते हैं। चौहान ने बताया कि उत्पादन की लागत कम करना उनका दूसरा संकल्प है। तीसरा संकल्प उपज का सही मूल्य दिलाना है। 
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि कृषि का विविधीकरण सरकार के रोडमैप में है और हम परंपरागत फसलों के साथ-साथ अधिक आय वाली फसलों को बढ़ावा देने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। चौहान ने कहा कि हम नए विचारों के साथ किस तरह से खेती में प्रयोग कर सकते हैं, हम कब तक रासायनिक खाद का उपयोग करते रहेंगे? इससे उर्वरा क्षमता भी कम होती है और उत्पादन तथा मानव शरीर पर प्रतिकूल असर पड़ता है। चौहान ने कहा कि दूसरा उत्पादन की लागत कम करना , कम लागत करके किसान को फायदा होगा और उस दिशा में सरकार कदम उठा रही है अलग-अलग तरह की कृषि पद्धतियों में लागत कम करने के लिए ही सब्सिडी बैंकों को दी जा रही है। किसान को यूरिया की एक बोरी खरीदने पर 2100 रुपए की सब्सिडी मिलती है। 
2125 करोड़ रुपए का एक स्पेशल पैकेज दिया गया जिससे खाद की कीमत ना बढ़े और लागत कम हो। चौहान ने कहा कि तीसरा किसान को अच्छे दाम मिल जाए। एमएसपी की व्यवस्था और उस पर खरीद के इंतजाम के लिए कुछ योजनाएं हैं। चौहान ने कहा कि चौथा फसल का विविधीकरण अलग-अलग तरह की खेती कैसे हो सकती है उसमें पशुपालन छोड़ दो, मधुमक्खी पालन छोड़ दो, अनेकों प्रकार के प्रयास किये जा सकते हैं ताकि किसान कम जमीन में भी ज्यादा आमदनी प्राप्त कर सके। फसल काटने के बाद हम उसका प्रबंध ठीक प्रकार से कैसे कर पाए जिससे किसान अपना अनाज रोक पाए और वह उसकी अच्छी कीमत ले पाए। 
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना दुनिया की सबसे बड़ी फसल बीमा योजना है। 7 योजनाओं के लिए हजारों करोड़ रुपए दिए गए हैं। चौहान ने कहा कि  एग्रीश्योर फंड , एग्रीश्योर फंड का शुभारंभ हुआ है। हमारा 750 करोड़ रुपए का फंड है। प्रधानमंत्री का संकल्प है विकसित भारत और विकसित भारत का निर्माण विकसित खेती के बिना नहीं हो सकता, समृद्धि किसान के बिना नहीं हो सकती और खेती में  निवेश की जरूरत है इसलिए केवल सरकारी नहीं हमें प्राइवेट निवेश भी करना पड़ेगा। कृषि निवेश पोर्टल पर अब आपको एक ही जगह सारी जानकारी मिलेगी।

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