डीजल की किल्लत के चलते प्रदेश में बस सेवाएं बुरी तरह प्रभावित, निगम के 138 रूट बंद
डीजल की किल्लत के चलते प्रदेश में बस सेवाएं बुरी तरह प्रभावित हो गई हैं। मंगलवार को एचआरटीसी और निजी बसों के रूट फेल होने से आम लोगों को भारी परेशानी झेलनी पड़ी। निगम ने कम ऑक्यूपेंसी वाले रूट बंद करने शुरू
यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला 03-01-2024
डीजल की किल्लत के चलते प्रदेश में बस सेवाएं बुरी तरह प्रभावित हो गई हैं। मंगलवार को एचआरटीसी और निजी बसों के रूट फेल होने से आम लोगों को भारी परेशानी झेलनी पड़ी। निगम ने कम ऑक्यूपेंसी वाले रूट बंद करने शुरू कर दिए हैं।
निगम मुख्यालय के आदेशों पर पहले चरण में 138 रूट बंद किए गए हैं। कुल्लू में मंगलवार को एचआरटीसी और निजी बसों के करीब 100 रूट बंद रहे। बिलासपुर जिले में 305 निजी बसें दूसरे दिन भी रूटों पर नहीं चलीं। परिवहन निगम ने 30 से 32 रूट क्लब कर दिए हैं।
एचआरटीसी के प्रदेश में 28 डीजल पंप हैं। इनमें से 23 आईओसी, 4 एचपी और 1 भारत पेट्रोलियम का है। आईओसी ने मंगलवार को निगम के ऊना डिपो को 24000 लीटर डीजल उपलब्ध करवा दिया है। एचपी ने तारादेवी, नगरोटा और पौंटा साहिब के लिए 29000 लीटर डीजल भेजने का आश्वासन दिया है।
10 टैंकर ट्रांसपोर्टर एचआरटीसी के विभिन्न डिपो को डीजल की आपूर्ति के लिए तैयार हो गए हैं। पालमपुर, बैजनाथ, जसूर, धर्मशाला, चंबा, नाहन, पांवटा, नालागढ़, मंडी और सुंदरनगर में डीजल की अधिक किल्लत पेश आ रही है। जरूरत पड़ने पर निगम की बसों में प्राइवेट पंपों से भी डीजल भरवाया जाएगा। दिल्ली में डीजल की किल्लत नहीं है इसलिए विभिन्न जिलों से दिल्ली जाने वाली बसों में दिल्ली में ही डीजल भरवाया जा रहा है।
डीजल की कमी से निपटने के लिए कम यात्री संख्या वाले रूट बंद किए जा रहे हैं। तेल कंपनियों से डीजल उपलब्ध करवाने का आग्रह किया है। जरूरत पड़ने पर निजी पंपों से भी डीजल भरवाया जाएगा। दिल्ली से बसों को डीजल भरवा कर लाने के निर्देश दिए हैं।
What's Your Reaction?