सेब सीजन पर मौसम की मार, पिछले 11 साल में इस बार सबसे कम हुआ सेब कारोबार
राजधानी में मौसम की मार सबसे ज्यादा सेब सीजन पर पड़ी है। पिछले 11 साल में इस बार सबसे कम सेब कारोबार हुआ है। इससे बागवानों और आढ़तियों को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है। शिमला की भट्ठाकुफर फल मंडी में सेब सीजन खत्म
यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला 19-10-2023
राजधानी में मौसम की मार सबसे ज्यादा सेब सीजन पर पड़ी है। पिछले 11 साल में इस बार सबसे कम सेब कारोबार हुआ है। इससे बागवानों और आढ़तियों को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है। शिमला की भट्ठाकुफर फल मंडी में सेब सीजन खत्म हो गया है।
पिछले वर्ष जहां भट्ठाकुफर फल मंडी में 20 लाख 49 हजार 412 सेब की पेटियां पहुंची थी, वहीं इस बार मंडी में 8 लाख 10 हजार 108 पेटियां ही सेब पहुंचा।
कारोबारियों के अनुसार इसका सबसे बढ़ा कारण कम फसल और मौसम की मार है। इस वर्ष सीजन देरी से शुरू होने के बाद भी जल्दी खत्म हो गया।
इस वर्ष 20 जून के बाद सेब भट्ठाकुफर फल मंडी पहुंचना शुरू हो गया था। भट्ठाकुफर फल मंडी आढ़ती एसोसिएशन के प्रधान प्रताप चौहान ने बताया कि पिछले वर्ष सेब सीजन जून के पहले हफ्ते में ही शुरू हो गया था और नवंबर के दूसरे हफ्ते तक चला।
पिछले करीब एक हफ्ते से मंडी में सेब आना बंद हो गया है। वहीं पराला मंडी में भी इस वर्ष 17 लाख 29 हजार 967 पेटियां ही सेब पहुंचा, जबकि पिछले वर्ष 27 लाख 58 हजार 320 पेटियां सेब की पहुंची थीं।
भट्ठाकुफर फल मंडी में सेब कारोबार कम हुआ है। किलो के हिसाब से सेब बिकने की वजह से भट्ठाकुफर फल मंडी में कम आढ़ती और लदानी रह गए थे। वहीं ज्यादातर बागवानों ने अपना सेब भी बाहरी मंडियों में बेचा है।
What's Your Reaction?