योग ने बदली जिंदगी, सड़क दुर्घटना के बाद स्वस्थ होने से लेकर डिप्रेशन से बाहर निकलने में की मदद
विश्व भर में आज योग दिवस मनाया जा रहा है। इस मौके पर हम आपको विनोद शर्मा की प्रेरणादायक कहानी बताने जा रहे हैं, जिन्होंने सड़क दुर्घटना के बाद योग के माध्यम से न सिर्फ अपने शरीर को स्वस्थ किया, बल्कि मानसिक रूप से भी मजबूत बने

यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला 21-06-2025
विश्व भर में आज योग दिवस मनाया जा रहा है। इस मौके पर हम आपको विनोद शर्मा की प्रेरणादायक कहानी बताने जा रहे हैं, जिन्होंने सड़क दुर्घटना के बाद योग के माध्यम से न सिर्फ अपने शरीर को स्वस्थ किया, बल्कि मानसिक रूप से भी मजबूत बने। वर्ष 2001 में विनोद शर्मा की जिंदगी में एक ऐसा मोड़ आया, जब सड़क दुर्घटना ने उनकी पूरी दुनिया ही बदल दी।
इस हादसे के बाद न सिर्फ वह शारीरिक रूप से अक्षम हुए, बल्कि बुरी तरह डिप्रेशन का भी शिकार हो गए।इस स्थिति से बाहर निकलने के लिए पहले श्रीमद्भागवत गीता के पाठ और फिर योग ने उनकी मदद की। योग के माध्यम से उन्होंने न सिर्फ अपने शरीर को स्वस्थ किया, बल्कि मानसिक रूप से भी मजबूत बने।
आज विनोद शर्मा हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में पीएचडी कर रहे हैं और बच्चों को भी पढ़ा रहे हैं। उनका नाम प्रदेशभर में एक बड़े योग ट्रेनर के तौर पर जाना जाता है। वह लोगों की जान बचाने के लिए हर महीने रक्त दान शिविर का भी आयोजन करते हैं।
विनोद शर्मा का जीवन न सिर्फ उनके शिष्यों के लिए बल्कि पूरे समाज के लिए एक बड़ी प्रेरणा है। उनकी कहानी यह साबित करती है कि योग के माध्यम से हम न सिर्फ अपने शरीर को स्वस्थ रख सकते हैं, बल्कि मानसिक रूप से भी मजबूत बन सकते हैं।
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