उत्तराखंड के बाद अब हिमाचल में भी बिच्छू बूटी से बनाया जाएगा कपड़ा , कुल्लू की महिलाएं सीख रहीं तरकीब
बिच्छू बूटी से आपने चटनी और चाय बनाने में इसका इस्तेमाल होने की बात तो सुनी होगी, लेकिन अब कल्लू की महिलाएं बिच्छू बूटी से कपड़ा बनाने की भी तरकीब सीख रही हैं। डीआरडीए कल्लू के राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत ग्रामीण संगठन की महिलाओं को बिच्छू बूटी से कपड़ा बनाने की ट्रेनिंग दी जा रही
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यंगवार्ता न्यूज़ - कुल्लू 03-09-2023
बिच्छू बूटी से आपने चटनी और चाय बनाने में इसका इस्तेमाल होने की बात तो सुनी होगी, लेकिन अब कल्लू की महिलाएं बिच्छू बूटी से कपड़ा बनाने की भी तरकीब सीख रही हैं। डीआरडीए कल्लू के राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत ग्रामीण संगठन की महिलाओं को बिच्छू बूटी से कपड़ा बनाने की ट्रेनिंग दी जा रही है।
देश में इससे पहले उत्तराखंड में बिच्छू बूटी से कपड़ा बनाने का काम शुरू हुआ है और उसके बाद अब हिमाचल प्रदेश में भी बिच्छू बूटी से कपड़ा बनाने की तैयारी की जा रही है। जिसको लेकर महिलाओं को बाकायदा उत्तराखंड के ट्रेनर्स द्वारा प्रशिक्षित किया जा रहा है।
राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन कुल्लू के जिला परियोजना प्रबंधक संजय ठाकुर ने जानकारी देते बताया कि स्वयं सहायता समूह और ग्रामीण संगठन की महिलाओं को प्रशिक्षित किया गया है और आगे यह कार्यक्रम निरंतर जारी है।
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