अहिल्या बाई होलकर की जीवनी से महिला सशक्तिकरण का संदेश देगी भाजपा : महामंत्री दीप्ति रावत

अहिल्या बाई होलकर जयंती की प्रदेश कार्यशाला का आयोजन प्रदेश कार्यशाला दीपकमल चक्कर में किया गया जिसमें भाजपा राष्ट्रीय महिला मोर्चा की महामंत्री दीप्ति रावत ने मुख्यातिथि के रूप में भाग लिया

May 14, 2025 - 15:43
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अहिल्या बाई होलकर की जीवनी से महिला सशक्तिकरण का संदेश देगी भाजपा : महामंत्री दीप्ति रावत

यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला     14-05-2025

अहिल्या बाई होलकर जयंती की प्रदेश कार्यशाला का आयोजन प्रदेश कार्यशाला दीपकमल चक्कर में किया गया जिसमें भाजपा राष्ट्रीय महिला मोर्चा की महामंत्री दीप्ति रावत ने मुख्यातिथि के रूप में भाग लिया। 

कार्यक्रम में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ राजीव बिंदल, महामंत्री एवं कार्यक्रम संयोजक त्रिलोक कपूर, महामंत्री बिहारी लाल शर्मा, महिला मोर्चा प्रदेश अध्यक्षा वंदना गुलेरिया ने विशेष रूप से भाग लिया। महिला मोर्चा राष्ट्रीय महामंत्री रावत ने कहा कि अहिल्या बाई होलकर को पूरे देश में रानी और देवी के रूप में पूजा जाता है। 

उन्होंने कहा कि होलकर मराठा साम्राज्य की प्रसिद्ध महारानी तथा इतिहास-प्रसिद्ध सूबेदार मल्हारराव होलकर के पुत्र खण्डेराव की धर्मपत्नी थीं। उन्होंने माहेश्वर को राजधानी बनाकर शासन किया। उनका उद्देश्य केवल शासन करना नहीं था अपितु एक राज्य को संभालना था और जिस प्रकार से उन्होंने राज्य की जीडीपी बढ़ाई, कॉटेज इंडस्ट्री को बढ़ावा दिया वह अद्भुत था, होलकर राज्य की महेश्वर साड़ी आज भी पूरे देश में प्रसिद्ध है। 

अहिल्याबाई होळकर ने अपने राज्य की सीमाओं के बाहर भारत-भर के प्रसिद्ध तीर्थों और स्थानों में मन्दिर बनवाए, घाट बँधवाए, कुओं और बावड़ियों का निर्माण किया, मार्ग बनवाए-सुधरवाए, भूखों के लिए अन्नसत्र (अन्यक्षेत्र) खोले, प्यासों के लिए प्याऊ बिठलाईं, मन्दिरों में विद्वानों की नियुक्ति शास्त्रों के मनन-चिन्तन और प्रवचन हेतु की और आत्म-प्रतिष्ठा के झूठे मोह का त्याग करके सदा न्याय करने का प्रयत्न करती रहीं-मरते दम तक। 

उन्होंने कहा कि अहिल्याबाई होलकर एक कुशल शासक और योद्धा थीं, जिन्होंने अपने राज्य होलकर की रक्षा करने के लिए युद्ध कौशल का इस्तेमाल किया। उन्हें सैन्य और प्रशासनिक कौशल में प्रशिक्षित किया गया था, और उन्होंने व्यक्तिगत रूप से सेनाओं का नेतृत्व किया। उन्होंने कई युद्धों में विजय प्राप्त की और आक्रमणकारियों से अपने राज्य की रक्षा की। 

आज से 300 वर्ष पहले युद्ध कौशल जिस प्रकार उनके पिताजी ने उनको सिखाए वह प्रेरणादायक है। उसे समय राष्ट्र में सती प्रथा भी प्रचलित थी पर जब उनके पति का देहांत हुआ तो उनके ससुर ने कहा कि उनकी सूरत राज्य की प्रजा को है इसलिए उनका शासन करना है सती नहीं। उन्होंने कहा कि पूरे देश और प्रदेश में भाजपा इस कार्यक्रम को लेकर अनेको कार्यक्रम का आयोजन करेगी और महिला सशक्तिकरण का कार्य करेगी।

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