यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला 07-12-2025
हिमाचल प्रदेश में नशे के खिलाफ हर मोर्चे पर जंग तेज हो गई है. प्रदेश के गैर सरकारी संगठन भी इस दिशा में काम कर रहे हैं. नशे के खिलाफ लड़ाई के लिए प्रदेश के 17 गैर सरकारी संगठन संजीवनी के बैनर तले एक साथ आए हैं। इस लड़ाई को गांव तक पहुंचाने के लिए संजीवनी में शिमला में एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया जिसकी शुरुआत प्रदेश के राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने की। कार्यशाला की शुरुआत करते हुए राज्यपाल ने प्रसन्नता जताई। राज्यपाल ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के निर्देशों पर उन्होंने नशे के विरुद्ध जो लड़ाई शुरू की , आज वह जन आंदोलन बनता जा रहा है।
राज्यपाल ने नशे के विरुद्ध सरकार और विपक्ष के एक साथ आने पर भी ख़ुशी जताई है। साथ ही राज्यपाल ने इस लड़ाई में पुलिस की भूमिका को भी महत्वपूर्ण बताया। राज्यपाल ने कहा कि नशा तस्करों का साथ देने वाले पुलिसकर्मियों को भी बख्शा नहीं जाना चाहिए। राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के निर्देशों पर उन्होंने नशे के खिलाफ लड़ाई शुरू की थी। उन्हें इस बात की प्रसन्नता है कि आज यह लड़ाई जन आंदोलन बनती जा रही है। राज्यपाल ने कहा कि इस अभियान में उन्हें सरकार और जनता का साथ मिला।
इस दौरान राज्यपाल ने यस टू लाइफ - नो टू ड्रग्स का नारा दिया। राज्यपाल ने कहा कि नशे के खिलाफ समाज के स्तर पर लड़ाई लड़ने की जरूरत है। राज्यपाल ने कहा कि चिट्टे के खिलाफ लड़ाई में पुलिस की भूमिका अहम है। राज्यपाल ने कहा कि नशा तस्करों का साथ देने वाले पुलिसकर्मियों को फोर्स से बाहर करना चाहिए।राज्यपाल ने कहा कि सख्त कानून से ज्यादा आवश्यकता अपने घर से नशे के खिलाफ काम करने की आवश्यकता है।