चिंतपूर्णी की तरह प्रदेश के अन्य मंदिरों में भी ऑनलाइन लंगर बुकिंग, दर्शन सेवा भी करेंगे शुरू  

मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने कहा है कि श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए अगस्त 2023 में माता श्री चिंतपूर्णी मंदिर में सुगम दर्शन प्रणाली शुरू की गई है। इस सुविधा के शुरू होने से मंदिर में भीड़ का प्रबंधन आसानी से हो रहा

Sep 22, 2025 - 12:18
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चिंतपूर्णी की तरह प्रदेश के अन्य मंदिरों में भी ऑनलाइन लंगर बुकिंग, दर्शन सेवा भी करेंगे शुरू  

यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला    22-09-2025

मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने कहा है कि श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए अगस्त 2023 में माता श्री चिंतपूर्णी मंदिर में सुगम दर्शन प्रणाली शुरू की गई है। इस सुविधा के शुरू होने से मंदिर में भीड़ का प्रबंधन आसानी से हो रहा है। उन्होंने कहा कि बुजुर्गों और विशेष रूप से सक्षम व्यक्तियों को मंदिर में सुगमता से दर्शन हो रहे हैं। 

ऑनलाइन लंगर बुकिंग और ऑनलाइन दर्शन जैसी डिजिटल सेवाएं भी आरंभ की गई हैं। प्रदेश के अन्य मंदिरों में भी यह सुविधा शीघ्र ही शुरू की जाएगी। सुक्खू ने कहा कि प्रदेश में लगभग 50 करोड़ रुपये की लागत से प्राचीन मंदिरों, किलों और पुरातन स्थलों का जीर्णोद्धार किया जा रहा है। सरकार की ओर से अधिग्रहित मंदिरों में विभिन्न विकास कार्यों के लिए लगभग 37 करोड़ रुपये स्वीकृत किए गए हैं। 

सरकार राज्य की सांस्कृतिक धरोहरों के संरक्षण की दिशा में प्रमुखता से कार्य कर रही है। इसके लिए राज्य सरकार ने अब तक 550 करोड़ रुपये से अधिक की धनराशि स्वीकृत की है। धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए महत्त्वाकांक्षी योजनाएं कार्यान्वित की जा रही हैं। 

माता श्रीचिंतपूर्णी मंदिर के लिए 56.26 करोड़ रुपये स्वीकृत किए गए हैं और लगभग 250 करोड़ रुपये की लागत से एक भव्य परिसर का निर्माण किया जा रहा है। माता ज्वालाजी और नयना देवी मंदिरों के लिए भी 100-100 करोड़ रुपये स्वीकृत किए गए हैं।

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