त्याग और समाज सेवा की भावना के साथ आरएसएस का उद्देश्य अनुशासन और सामाजिक जिम्मेदारी : भागवत
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) चीफ मोहन भागवत ने कहा, 'देश में कई लोग हिंदुत्व पर गर्व करते थे और हिंदू एकता की बात करते थे , लेकिन RSS जैसी संस्था केवल नागपुर में ही बन सकती थी। यहां पहले से ही त्याग और समाज सेवा की भावना थी। उन्होंने कहा कि आरएसएस ने हाल ही में दशहरे पर अपने 100 साल पूरे किए। इसकी स्थापना साल 1925 में नागपुर में डॉ. हेडगेवार ने की थी। संगठन का उद्देश्य समाज में अनुशासन, सेवा, सांस्कृतिक जागरूकता और सामाजिक जिम्मेदारी की भावना पैदा करना था

न्यूज़ एजेंसी - नागपुर 11-10-2025
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) चीफ मोहन भागवत ने कहा, 'देश में कई लोग हिंदुत्व पर गर्व करते थे और हिंदू एकता की बात करते थे , लेकिन RSS जैसी संस्था केवल नागपुर में ही बन सकती थी। यहां पहले से ही त्याग और समाज सेवा की भावना थी। उन्होंने कहा कि आरएसएस ने हाल ही में दशहरे पर अपने 100 साल पूरे किए। इसकी स्थापना साल 1925 में नागपुर में डॉ. हेडगेवार ने की थी। संगठन का उद्देश्य समाज में अनुशासन, सेवा, सांस्कृतिक जागरूकता और सामाजिक जिम्मेदारी की भावना पैदा करना था। उन्होंने कहा कि छत्रपति शिवाजी महाराज ने स्वराज की स्थापना अपने लिए नहीं, बल्कि ईश्वर, धर्म और राष्ट्र के लिए की थी। उन्होंने लोगों को एक महान उद्देश्य के लिए जोड़ा।
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