यंगवार्ता न्यूज़ - ऊना 27-12-2023
हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा ऊना जिला के प्रसिद्ध शक्तिपीठ श्री चिंतपूर्णी मंदिर को रोपवे से जोड़ने की योजना बनाई जा रही है। अभी यह योजना सिरे भी नहीं चढ़ी कि इसका विरोध शुरू हो गया है। बुधवार को चिंतपूर्णी में कारोबारियों ने विरोध स्वरूप बाजार बंद रखा और सरकार के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया। कारोबारी का कहना है कि सरकार की यह योजना व्यापारियों , टैक्सी ऑपरेटर और मंदिर के पुजारी वर्ग के लिए सही नहीं है।
स्थानीय लोगों का कहना है की रोपवे के माध्यम से सरकार पर्यटन को बढ़ावा देना चाहती है , लेकिन यदि रोपवे बनता है तो उनका कारोबार पूरी तरह चौपट हो जाएगा। बुधवार को कारोबारियों ने पूरा बाजार बंद कर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। प्रदर्शन की अगुवाई कर रहे संजीव कालिया ने बताया कि रोपवे बनने से स्थानीय बाजार में व्यापार पूरी तरह ठप हो जाएगा।
उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा शुरू की गई वीआईपी दर्शन योजना भी व्यापारियों के लिए घाटे का सौदा साबित हो रही है। उन्होंने कहा कि अब लोग सीधे वीआईपी दर्शन के चलते मंदिर में पहुंच जाते हैं और यदि रोपवे बन जाता है तो चिंतपूर्णी बाजार पूरी तरह सुनसान हो जाएगा। जिससे न केवल कारोबार को झटका लगेगा , बल्कि छोटे और मझोले व्यापारियों को भी भारी नुकसान होगा।
उन्होंने कहा कि इसी के चलते आज चिंतपूर्णी बाजार के व्यापारियों , पुजारी और टैक्सी ऑपरेटर ने विरोध प्रदर्शन किया और प्रशासन की मार्फत सरकार को ज्ञापन भेजा। व्यापारियों ने सरकार से मांग की है कि चिंतपूर्णी मंदिर के लिए बनने वाले रोपवे को निरस्त किया जाए तथा जिस प्रकार अभी लोग सड़क के माध्यम से माता के दर्शन करने जाते हैं इसी तरह चलने दिया जाए , ताकि चिंतपूर्णी और आसपास के स्थानीय व्यापारियों को लाभ हो सके।