गोबिंद सागर झील वाटर स्पोर्ट्स के लिए तैयार,16 सितंबर से शुरू होगा रोमांच
गोबिंद सागर झील वाटर स्पोर्ट्स के लिए तैयार है। 16 सितंबर से इसका रोमांच शुरू हो जाएगा। मंडी-भराड़ी पुल के पास स्टीमर और जेटी पहुंच गए हैं। झील पर फ्लोटिंग प्लेटफाॅर्म भी तैयार कर दिया गया
यंगवार्ता न्यूज़ - बिलासपुर 02-09-2024
गोबिंद सागर झील वाटर स्पोर्ट्स के लिए तैयार है। 16 सितंबर से इसका रोमांच शुरू हो जाएगा। मंडी-भराड़ी पुल के पास स्टीमर और जेटी पहुंच गए हैं। झील पर फ्लोटिंग प्लेटफाॅर्म भी तैयार कर दिया गया है। रेस्क्यू टीमें तैनात हो गई हैं। झील में 16 सितंबर से पहली बार व्यावसायिक रूप से वाटर स्पोर्ट्स का रोमांच शुरू होगा।
प्रदेश में आने वाले सैलानियों को फोरलेन के मंडी-भराड़ी पुल के पास पहाड़ों के बीच झील में वाटर स्पोर्ट्स गतिविधियों का लुत्फ उठाने का मौका मिलेगा। वाटर स्पोर्ट्स गतिविधियां शुरू करने के लिए चार स्टीमर और जेटी पहुंच गए हैं। इसके अलावा क्रूज सहित अन्य उपकरण भी शीघ्र ही पहुंच जाएंगे।
इन गतिविधियों के लिए रेस्क्यू टीम भी पहुंच गई है। गोबिंद सागर झील को कंदरौर से भाखड़ा बांध से 15 किलोमीटर पीछे तक क्षेत्र को वाटर स्पोर्ट्स गतिविधियों के लिए अधिसूचित किया गया है।
करीब 50 किलोमीटर झील के क्षेत्र में 12 महीने गतिविधियां होंगी। यह प्रदेश की सबसे लंबी साइट होगी। पर्यटक इस साइट पर वाटर स्पोर्ट्स का रोमांच भरा सफर करेंगे। हर साल लाखों सैलानी घूमने के लिए हिमाचल प्रदेश आते हैं। सबसे पहले पर्यटक हिमाचल के प्रवेश द्वार बिलासपुर में पहुंचते हैं।
अब तक बिलासपुर में ऐसी कोई गतिविधियां नहीं थीं जो पर्यटकों को यहां रोकती। अब गोबिंद सागर झील में वाटर स्पोर्ट्स की गतिविधियां शुरू होने जा रही है। खास बात यह है कि यह झील किरतपुर-नेरचौक फोरलेन के किनारे पर है।
चंडीगढ़ से मनाली जाने वाला पर्यटक अब यहां रुकेगा और इन गतिविधियों का लुत्फ उठाएगा। सैलानी बिलासपुर रुकेंगे तो यहां पर स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के संसाधन भी बढ़ेंगे। बता दें कि प्रदेश भर में 15 सितंबर तक साहसिक गतिविधियों पर प्रतिबंध है। प्रतिबंध खुलते ही गतिविधियां शुरू हो जाएंगी।
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