यंगवार्ता न्यूज़ - मंडी 27-08-2023
नेता प्रतिपक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश सरकार मुख्य राजमार्गों सहित ग्रामीण सड़कों को बहाल करने में विफल रही है। सेब बहुल इलाकों में सड़कों की हालत बेहद चिंताजनक है। ऐसा नहीं है कि इन सड़कों को खोला नहीं जा सकता था। ये सड़कें छोटे वाहनों के लिए खोली जा सकती थीं , लेकिन सरकार ने गंभीरता से काम नहीं किया। नतीजतन किसानों के कृषि उत्पाद जैसे सब्जियां और बागवानों का सेब मंडियों तक नहीं पहुंच पाने से करोड़ों का नुकसान हुआ है। किसानों और बागवानों ने मांग की है कि उन्हें भी नुकसान का मुआवजा दिलाया जाए। जयराम ने कहा कि अभी तक सरकार के मंत्री शिमला से बाहर नहीं निकल पाए हैं। प्रदेश के सबसे व्यस्ततम राजमार्ग शिमला से चंडीगढ़ और चंडीगढ़ से मनाली सड़कें कई दिनों से बंद पड़ी रहीं। जब लोगों ने शोर-शराबा किया तो कुल्लू से पंडोह एक ही रात में सड़क कैसे बहाल हो गई।
अब फोटो खिंचवाने के लिए एक सीपीएस दौड़े चले आ रहे हैं , जबकि उनसे पूछा जाए कि वह इतने दिन लद्दाख में क्या करते रहे। उन्होंने कहा कि तालमेल की कमी के कारण ऐसा हुआ है। आपदा में जिस रफ्तार से ये लोग काम कर रहे थे उससे स्थिति विकराल होती जा रही थी। हमने एनएचएआई को निर्देश दिए तो कुल्लू और मंडी के बीच यातायात बहाल हो सका। इनके मंत्री और सीपीएस को यही मालूम नहीं था कि उनके विभाग के अंडर कहां की सड़कें आती हैं। जयराम ने कहा कि अभी भी सैकड़ों ग्रामीण सड़कें बंद पड़ी हैं उन्हें खोलने के लिए तत्काल मशीनरी जगह-जगह खड़ी होनी चाहिए।
कुल्लू के लिए वैकल्पिक मार्ग वाया कटौला में भारी वाहन भेजे जाने से सड़क जगह-जगह बैठ गई है और दर्जन वाहन क्षतिग्रस्त हो गए हैं जबकि प्राथमिकता पंडोह से कुल्लू राजमार्ग खोलने को देनी चाहिए थी। जयराम ने कहा उनके विधानसभा क्षेत्र के छतरी में आज 16 दिन बाद छोटी गाड़ियां पहुंच पाई हैं और बागवानों का सेब पेटियों में सड़ गया है। ग्रामीण सड़कें तो बहाल होने में अभी और वक्त लगेगा लेकिन मुख्य सड़क मार्गों को बहाल करने के लिए युद्धस्तर पर काम करने की जरूरत है। जयराम ने शनिवार को छतरी में बरसात से हुए नुकसान का जायजा लेने के बाद पत्रकारों से बातचीत में कहा कि लोग बहुत संकट में हैं।
अभी 4-5 दिनों से मौसम दिन के समय साफ है और ऐसे में सड़कों को खोलने पर ज्यादा जोर देना चाहिए ताकि लोगों की फसलें बर्बाद न हों। उन्होंने कहा कि छतरी में एक 20 दुकानों का प्राइवेट शॉपिंग कॉम्प्लेक्स ढहने की कगार पर है जिससे आसपास के भवनों को भी खतरा है। लोगों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए जिलाधीश मंडी को तुरंत इसे सुरक्षित तरीके से गिराने को कहा है। लोगों के घरों को भी जगह-जगह भूस्खलन के कारण नुकसान पहुंचा है उनको भी तुरंत उचित सहायता मुहैया करवाई जाए।