यंगवार्ता न्यूज़ - धर्मशाला 13-12-2024
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ राजीव बिंदल ने कहा विगत दो साल से हिमाचल प्रदेश में सुखविंद्र सिंह सुक्खू के नेतृत्व में कांग्रेस सत्ता में है और दो साल के पूरे होने का जश्न 11 तारीख को बिलासपुर की धरती पर सरकार द्वारा, कांग्रेस द्वारा मनाया हिमाचल की जनता को उम्मीद थी कि दो साल का जश्न है उस जश्न में जो हिमाचल की जनता के मन में सवालात उनका कोई उत्तर मिलेगा। हिमाचल की जनता के मन में वाला सवाल थे, कि जिन गारंटीयो को लेकर कांग्रेस सरकार सत्ता में आई शायद वह दो साल के जश्न में पूरी होंगी ? परंतु वहां तो खोदा पहाड़ और निकली चुहिया , वो भी मारी हुई।
हालत क्या है कि माननीय मुख्यमंत्री जी ने बयान किया कि हमने गारंटी नंबर एक पूरी कर दी, गारंटी नंबर दो हमने बहनों को 1500 रु दे दिया। गारंटी नंबर तीन हमने एम्प्लॉयमेंट जनरेशन का सब प्रबंध कर दिया, हमने रोजगार भी गारंटी नंबर चार हमने दूध भी दिया , हमने गोबर भी खरीद लिया व सारी गारंटी वह और कागजों में पूरी कर गए। आज हम जानना चाहते हैं कि सीएम साहब आपने कहा कि हमने हिमाचल प्रदेश की बहनों को 1500 दे दिया , 18 साल से ऊपर की सभी बहनों को 1500 मिलना था प्रदेश में यह 28 लाख बहने इस संख्या की बनती है तो यह तो 28000 को भी नहीं मिला और आप बोलते हो गारंटी पूरी कर दी ?
अपने कहा कि दूध हम 45 रु खरीद रहे हैं, गारंटी थी 100 रु में खरीदने की और बोल रहे हैं हम गारंटी पूरी कर दी ? एक भी व्यक्ति को पिछले 2 साल में सरकारी नौकरी नहीं मिली है और आप जश्न मना कर के कह रहे हो कि हमने गारंटीयां पूरी कर दी। बिंदल ने कहा कि यानी झूठ की परिकाष्ठा, झूठ का पहाड़ जिसकी कल्पना नहीं की जा सकती, जश्न के समय मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री इनके सभी नेता उस मंच के ऊपर हैं और वह इतना बड़ा झूठ के बाद फिर झूठ किसके लिए झूठ बोल रहे हैं। भाई हिमाचल की जनता को तो पता है जो बहने बैठी है।
उनके पास पैसे नहीं आए , जो बेरोजगार बैठा उसको सरकारी नौकरी नहीं मिली उसको रोजगार नहीं मिला, जो किसान है उसका दूध 100 रु नहीं बिका तो आपके बोलने से क्या वह जाएगा? दो साल का जश्न किसान के जख्मों पर बेरोजगार युवा के जख्मों पर , वह बहन जो अपने हक का इंतजार कर रही है, दो साल हो गए उसके जख्मों पर नमक छिड़कने का काम यह बिलासपुर के अंदर जश्न मना कर के किया। गया उम्मीद थी कोई अच्छी चीज निकल कर के आएगी पर यह सरकार को कागजी और खोखली बनकर रहे गई।