गौसदनों को स्वावलंबी बनाने के लिए बनाएंगे एक समग्र योजना : अमरजीत सिंह

जिले के विभिन्न क्षेत्रों में संचालित किए जा रहे गौसदनों की वर्तमान स्थिति, इनमें ढांचागत विकास, बेसहारा पशुओं की समस्या और अन्य मुद्दों पर चर्चा

Sep 6, 2024 - 15:48
 0  12
गौसदनों को स्वावलंबी बनाने के लिए बनाएंगे एक समग्र योजना : अमरजीत सिंह

सरकारी योजनाओं की कनवर्जेंस और आय के साधन विकसित करने पर दिया बल

यंगवार्ता न्यूज़ - हमीरपुर    06-09-2024

जिले के विभिन्न क्षेत्रों में संचालित किए जा रहे गौसदनों की वर्तमान स्थिति, इनमें ढांचागत विकास, बेसहारा पशुओं की समस्या और अन्य मुद्दों पर चर्चा के लिए उपायुक्त अमरजीत सिंह ने शुक्रवार को यहां हमीर भवन में गौसदनों के संचालकों, पशुपालन विभाग एवं अन्य संबंधित विभागों के अधिकारियों के साथ बैठक की।
  
उपायुक्त ने कहा कि पशुपालन विभाग के आंकड़ों के अनुसार जिला में इस समय 28 गौसदन संचालित किए जा रहे हैं, जिनमें लगभग 2285 पशु रखे गए हैं। इनमें से पंजीकृत 26 गौसदनों के लगभग 2071 पशुओं को गौसेवा आयोग के माध्यम से हर माह प्रति पशु 700 रुपये की दर लगभग 6 करोड़ रुपये की धनराशि दी जा चुकी है। इनके अलावा ढांचागत विकास के लिए भी अलग से धनराशि का प्रावधान किया गया है।
  
सभी गौसदनों के संचालक अच्छा कार्य कर रहे हैं और कुछ गौसदन आत्मनिर्भर भी हो चुके हैं, लेकिन अधिकांश गौसदनों के संचालन में कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। इन दिक्कतों को दूर करके सभी गौसदनों को स्वावलंबी बनाने तथा इन्हें कृषि एवं इससे संबंधित गतिविधियों से जोड़ने के लिए एक समग्र परियोजना तैयार की जाएगी। इसमें सभी संचालकों के सुझाव भी शामिल किए जाएंगे।
 
अमरजीत सिंह ने कहा कि पशुपालन विभाग के अलावा ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज, कृषि, उद्यान, वन विभाग और अन्य विभागों कीयोजनाओं की कनवर्जेंस से गौसदनों में ढांचागत विकास के साथ-साथ गौधन से आय के स्रोत भी पैदा किए जा सकते हैं। दुग्ध उत्पादन, गोमूत्र, गोबर गैस, पारंपरिक इंधन, केंचुआ खाद, प्राकृतिक खेती, चरागाहों एवं जलस्रोतों का विकास और अन्य गतिविधियों के माध्यम से गौसदनों को स्वावलंबी बनाने की संभावनाओं को भी इस परियोजना में शामिल किया जाएगा।  

सभी संचालकों से आग्रह किया कि वे अन्य गौसदनों की व्यवस्थाओं का भी अध्ययन एवं अवलोकन करें और आवश्यकतानुसार अपने गौसदन में लगातार सुधार की दिशा में कार्य करें। बैठक में बेसहारा पशुओं की समस्या पर भी व्यापक चर्चा की गई।
 
इस अवसर पर पशुपालन विभाग के उपनिदेशक डॉ. अजय सिंह, सहायक निदेशक डॉ. देवेंद्र कतना, डॉ. सतीश शर्मा और अन्य अधिकारियों ने भी गौसदनों के संचालन के लिए सरकार की ओर से प्रदान की जा रही वित्तीय सहायता की जानकारी दी।

What's Your Reaction?

like

dislike

love

funny

angry

sad

wow