चैत्र नवरात्र आरंभ, मां चामुंडा के दर्शनों को भारी संख्या में पहुंचे श्रद्धालु
प्रसिद्ध शक्तिपीठ श्री चामुंडा नंदीकेश्वर में चैत्र नवरात्र मंगलवार से आरंभ हुए। मां चामुंडा के दर्शनों को पहले दिन भारी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे थे। मंदिर के कपाट सुबह साढ़े चार बजे खोल दिए गए थे, जबकि रात 10 बजे तक खुले रहेंगे
देश के विभिन्न राज्यों से पहुंचे श्रद्धालुओं ने लगाए मां के जयकारे
यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला 09-04-2024
प्रसिद्ध शक्तिपीठ श्री चामुंडा नंदीकेश्वर में चैत्र नवरात्र मंगलवार से आरंभ हुए। मां चामुंडा के दर्शनों को पहले दिन भारी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे थे। मंदिर के कपाट सुबह साढ़े चार बजे खोल दिए गए थे, जबकि रात 10 बजे तक खुले रहेंगे। देश के विभिन्न राज्यों से देवी दर्शनों को पहुंचे श्रद्धालुओं ने मां के जयकारे लगाते हुए दर्शन किए। 17 अप्रैल तक नवरात्रों का आयोजन किया जाएगा।
इस दौरान 31 विद्वान एवं 15 सहायक विद्वान भाग लेंगे। इस महायज्ञ में शतचंडी दुर्गा पाठ, रुद्राभिषेक, सवा लक्ष गायत्री जाप, रामायण पाठ, देवी भागवत पुराण पाठ, दुर्गा बीज मंत्र जाप, प्रतिदिन गणपति ,दुर्गा, नवग्रह, कलश एवं मंडप में स्थापित देवों का पूजन करेंगे। 15 अप्रैल को निशीथ पूजन किया जाएगा, जिसमें मां चामुंडा को 56 प्रकार के व्यंजनों का भोग अर्पित किए जाएगा।
इस दिन शास्त्रीय संगीत एवं भजन कीर्तन का आयोजन भी किया जाएगा। 17 अप्रैल को दोपहर 12 बजे यज्ञ की पूर्णाहुति समर्पित की जाएगी। यह महायज्ञ जनमानस के सहयोग से विश्व कल्याण हेतु आयोजित किया जाएगा।
मंदिर पुजारी ओम प्रकाश शर्मा ने बताया कि प्रथम नवरात्र को मां शैलीपुत्री की पूजा की गई। श्री चामुंडा नंदीकेश्वर धाम शिव शक्ति का स्थान है, ऊपर मां चामुंडा निवास करती हैं और नीचे भगवान शंकर विराजते हैं। जो भी श्रद्धालु मनोकामना लेकर श्री चामुंडा मंदिर में आते हैं, उनकी मनोकामना माता पूरी करती है।
मंदिर के पुजारी ओम व्यास ने कहा कि आज से नववर्ष शुरू हो रहा है और इसी के साथ चैत्र नवरात्र भी आरंभ हुए हैं। नवरात्रों के दौरान शक्तियों की उपासना की जाती है, क्योंकि सृष्टि को चलाने वाली शक्तियां ही हैं। चैत्र नवरात्रों के शुरूआत के साथ ही ऋतु परिवर्तन भी होता है, सर्दियां खत्म होने के बाद अब ग्रीष्म ऋतु आ गई है।
मां शैलपुत्री एक संकल्प हैं, जो प्रथम नवरात्र पर संकल्प लेता है, उसकी हर मनोकामना पूरी होती है। सुबह साढ़े चार बजे मंदिर के कपाट खोल दिए थे और 10 बजे तक मंदिर खुला रहेगा। दोपहर को मां को भोग लगाने के दौरान आधा घंटा कपाट बंद किए जाते हैं और शाम को 4 से 5 बजे तक मां को स्नान करवाया जाता है और मां का श्रृंगार करवाया जाता है, इस दौरान 40 से 45 मिनट तक मंदिर कपाट बंद होते हैं, बाकी 10 बजे तक मंदिर खुला रहता है।
बिहार से आई सलोनी ने कहा कि चैत्र नवरात्र का प्रथम दिन है, हम मां चामुंडा के दर्शनों को आए हैं और नवरात्र पर्व को हम पूरे हर्षोल्लास के साथ मनाते हैं। मां चामुंडा की बड़ी मान्यता है, घर में सुख शांति रहे, इसी कामना को लेकर मां के दरबार में आए हैं। यहां व्यवस्था काफी बेहतर हैं।
नवरात्र हर बार आते हैं चामुंडा मंदिर : संजय
हरियाणा के भिवानी से आए संजय ने कहा कि चैत्र नवरात्र के पहले दिन हर बार मां चामुंडा के दरबार में आते हैं। यहां आकर मां का आशीर्वाद पाकर काफी शुकून मिलता है। जिस भाव से आप मां के दर्शनों को आते हैं,उसी भाव से मां दर्शन देती हैं।
मां पूरे विश्व का कल्याण करें : राजीव
राजीव रंजन कुमार ने कहा कि चैत्र नवरात्र का आज पहला दिन है, मां चामुंडा की बहुत ख्याति है, मां चामुंडा पूरे विश्व का कल्याण करें और जो भी लोग मनोकामना लेकर आ रहे हैं, मां उनकी हर मनोकामना पूरी करें।
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