वो दिन योजना के तहत आईटीआई में छात्राओं दी मासिक धर्म स्वच्छता और महिलाओं से संबंधित योजनाओं की जानकारी

महिला एवं बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी के सौजन्य से डिस्ट्रिक्ट हब फॉर इंपॉवरमेंट ऑफ विमेन (डीएचईडब्ल्यू) द्वारा ‘वो दिन’ योजना के तहत सोमवार को औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान हमीरपुर में ज़िला स्तरीय जागरुकता शिविर का आयोजन किया गया

Mar 4, 2024 - 18:11
Mar 4, 2024 - 18:13
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वो दिन योजना के तहत आईटीआई में छात्राओं दी मासिक धर्म स्वच्छता और महिलाओं से संबंधित योजनाओं की जानकारी


यंगवार्ता न्यूज़ - हमीरपुर  04-03-2024

महिला एवं बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी के सौजन्य से डिस्ट्रिक्ट हब फॉर इंपॉवरमेंट ऑफ विमेन (डीएचईडब्ल्यू) द्वारा ‘वो दिन’ योजना के तहत सोमवार को औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान हमीरपुर में ज़िला स्तरीय जागरुकता शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में जिला कार्यक्रम अधिकारी अनिल कुमार, संस्थान के प्रधानाचार्य सुभाष शर्मा, अन्य अधिकारी, कर्मचारी और प्रशिक्षु उपस्थित रहीं। इस अवसर पर मुख्य वक्ता एवं स्वास्थ्य विभाग के पूर्व जन शिक्षा एवं सूचना अधिकारी सतीश शुक्ला ने आईटीआई प्रशिक्षुओं को कई महत्वपूर्ण जानकारियां दीं। उन्होंने बताया कि मासिक धर्म के दौरान किशोरियों एवं महिलाओं को स्वच्छता पर खास ध्यान देने की जरुरत होती है वरना वे कई तरह के इंफेक्शन और बीमारियों की शिकार हो सकती हैं। 

उन्होंने कहा कि हमारे समाज में मासिक धर्म को लेकर कई भ्रांतियां व्याप्त रही हैं। इसलिए मासिक धर्म स्वच्छता हमेशा एक गंभीर विषय रहा है। सतीश शुक्ला ने बताया कि मासिक धर्म के दौरान व्यक्तिगत स्वच्छता की कमी से होने वाली बीमारियों के कारण हर साल कई महिलाओं की मौत तक हो जाती है। इसलिए इस संबंध में अधिक जागरुकता की आवश्यकता है। उन्होंने बताया कि महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए ही महिला एवं बाल विकास विभाग ने जिला स्तर पर डीएचईडब्ल्यू की स्थापना की है, जहां महिलाओं एवं बच्चों से संबंधित सभी योजनाओं की जानकारी उपलब्ध रहती है और विभिन्न जागरुकता शिविरों के माध्यम से यह जानकारी ग्रामीण महिलाओं तक भी पहुंचाई जाती है। 

उन्होंने बताया कि किसी भी तरह की हिंसा से पीड़ित महिलाओं के लिए ज़िला में वन स्टॉप सेंटर भी स्थापित किया गया है। पीड़ित महिलाओं को इस सेंटर में 5 दिन का अस्थायी आश्रय एवं मुफ्त कानूनी, चिकित्सा सहायता एवं परामर्श उपलब्ध करवाए जाते हैं। प्रशिक्षुओं का मार्गदर्शन करते हुए जिला कार्यक्रम अधिकारी अनिल कुमार ने कहा कि मासिक धर्म एक सामान्य शारीरिक प्रक्रिया है, जिस पर खुलकर बात करना जरूरी है, ताकि किशोरिओं एवं महिलाओं को इससे जुड़ी किसी भी तरह की बीमारी से बचाया जा सके। कार्यक्रम के दौरान संस्थान की प्रशिक्षुओं ने लघु नाटक प्रस्तुत किया तथा विभिन्न गतिविधियों जैसे भाषण प्रतियोगिता, नारा लेखन, चित्रकला प्रतियोगिता में भी बढ़-चढ़ कर भाग लिया। इन प्रतियोगिताओं एवं गतिविधियों की प्रतिभागियों को पुरस्कार भी दिए गए।

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