टीबी मरीजों को गोद लेंगी पंचायतें, निक्षय मित्र बनेंगे सारथी , 2025 तक हिमाचल को तपेदिक मुक्त करने का लक्ष्य 

प्रदेश के 15 हजार टीबी ( क्षयरोग ) मरीजों का उपचार अब पंचायतों में होगा। पंचायतें इन मरीजों को गोद लेंगी। निक्षय मित्र तैनात किए जाएंगे और मरीजों को पोषाहार उपलब्ध करवाया जाएगा। स्वास्थ्य विभाग इन मरीजों की देखभाल और दवाओं का इंतजाम करेगा। 2025 तक हिमाचल में टीबी रोगियों की संख्या नियंत्रित करने को लेकर यह कदम उठाए जा रहे हैं। स्वास्थ्य सचिव एम सुधा देवी ने पंचायतों से सहयोग का आह्वान किया

Mar 14, 2024 - 15:47
Mar 14, 2024 - 16:14
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टीबी मरीजों को गोद लेंगी पंचायतें, निक्षय मित्र बनेंगे सारथी , 2025 तक हिमाचल को तपेदिक मुक्त करने का लक्ष्य 

यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला 14-03-2024

प्रदेश के 15 हजार टीबी ( क्षयरोग ) मरीजों का उपचार अब पंचायतों में होगा। पंचायतें इन मरीजों को गोद लेंगी। निक्षय मित्र तैनात किए जाएंगे और मरीजों को पोषाहार उपलब्ध करवाया जाएगा। स्वास्थ्य विभाग इन मरीजों की देखभाल और दवाओं का इंतजाम करेगा। 2025 तक हिमाचल में टीबी रोगियों की संख्या नियंत्रित करने को लेकर यह कदम उठाए जा रहे हैं। स्वास्थ्य सचिव एम सुधा देवी ने पंचायतों से सहयोग का आह्वान किया है। स्वास्थ्य सचिव एम सुधा देवी ने यह निर्देश दिए हैं। वे बुधवार को स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा बैठक को संबोधित कर रही थी। 
इस दौरान टीबी के मरीजों के पहचान और उपचार को लेकर चलाए जाने वाले अभियान के संबंध में दिशा निर्देश तय किए हैं। इस अभियान की सफलता से ही 2025 में हिमाचल को टीबी मुक्त बनाने में सहयोग करेंगे। स्वास्थ्य सचिव ने सभी शिक्षण संस्थानों, नर्सिंग प्रशिक्षण केंद्रों, आयुर्विज्ञान संस्थानों और उद्योगों में टीबी सहित एचआईवी की विशेष अभियान चलाकर जांच करने के निर्देश दिए। 
2015 के मुकाबले 80 फीसदी टीबी के मरीजों को कम करने का लक्ष्य रखा है। उन्होंने सभी विभागों को टीबी उन्मूलन लक्ष्य को हासिल करने के लिए और अधिक सहयोग करने की अपील की और ग्रामीण विकास पंचायती राज विभाग से आह्वान किया कि वे पंचायती राज के प्रतिनिधियों से उनके क्षेत्रों में टीबी के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए प्रशिक्षित कर प्रेरित करें। 
बैठक के दौरान सभी विभागों जैसे पंचायती राज विभाग, आयुष विभाग, हिमाचल सडक़ परिवहन निगम, ग्रामीण विकाश विभाग, युवा सेवाएं एवं खेल, शहरी विकास विभाग, श्रम और रोजगार, उद्योग विभाग, जनजातीय विभाग, जेल विभाग, सूचना प्रौद्योगिकी विभाग, खाद्य नागरिक आपूर्ति, चिकित्सा शिक्षा और अनुसंधान विभाग, ऊर्जा विभाग एसजेवीएन उच्च शिक्षा विभाग, डाक विभाग, हिमाचल एड्स कंट्रोल सोसायटी, पर्यटन विभाग, स्वास्थ्य सुरक्षा और विनियमन राज्य औषधि नियंत्रक सहित रोटरी क्लब के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।

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