यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला 19-03-2024
नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि विधानसभा चुनाव की तरह इस बार भी मातृशक्ति को ठगने का प्रयास कर रही है। आदर्श आचार संहिता लगने के बाद भी सम्मान निधि के फॉर्म भरवाए जा रहे हैं। यह फॉर्म भी विधान सभा में भरवाए फार्म की तरह ही है। सरकार को पहले विधानसभा चुनाव में भरवाए गए फॉर्म का जवाब देना चाहिए। उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव के समय इसी तरह कांग्रेस के नेताओं ने घर-घर जाकर फॉर्म भरवाए और पहली कैबिनेट में प्रदेश की 18 से 60 साल की महिलाओं को यह सम्मान निधि देने की बात कही। सरकार बनने के बाद न जाने कितनी कैबिनेट बैठक हो गई , लेकिन सरकार को अपनी इस गारंटी की याद नहीं आई। जैसे ही पता चला कि एक हफ्ते के भीतर आचार संहिता लगने वाली है।
बिना बजट के प्रावधानों के ही फिर से सम्मान निधि का फॉर्म भरवाया जाने लगा। पिछली बार की तरह इस बार कांग्रेस के मंसूबे कामयाब नहीं होंगे। इस बाबत उन्होंने मुख्य निर्वाचन अधिकारी से मिलकर इस पूरे प्रकरण पर कार्रवाई करते हुए इसे तत्काल प्रभाव से रोकने की मांग की। जयराम ठाकुर ने कहा कि आचार संहिता लगते ही राजनीतिक पार्टियों के बैनर पोस्टर हटाए जाने चाहिए थे , लेकिन प्रशासन सरकार के निर्देश पर अयोध्या धाम में निर्मित भगवान राम के मंदिर के पोस्टर और बैनर फाड़ रही है। इन पोस्टर और बैनर में न किसी पार्टी का ज़िक्र है न किसी राजनेता का। फिर भी प्रशासन सिर्फ़ राम मंदिर के पोस्टर और बैनर फाड़ रहा है जबकि सरकार के नेताओं और पोस्टर को नहीं छू रहा है।
इस तरह से पक्षपात पूर्ण कार्रवाई को भी मुख्य निर्वाचन अधिकारी के संज्ञान में लाया गया। उन्होंने कहा कि अधिकारी क़ानून के दायरे में रहकर काम करें और लक्ष्मण रेखा न लांघे। इस सरकार के भविष्य के साथ अपना भविष्य न जोड़ें। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि इस सरकार ने अपने ही चुने हुए प्रतिनिधियों का अपमान किया। बिना चुने हुए लोगों को कैबिनेट रैंक बाँटी, वही सरकार चला रहे हैं जबकि चुने हुए जनप्रतिनिधि को ज़लालत मिल रही है। पार्टी के कार्यकर्ता, नेता, पदाधिकारी, विधायक, मंत्री सब नाराज़ रहे आवाज़ उठाते रहे। लेकिन सरकार ने सबको अनदेखा कर दिया।
कांग्रेस के विधायकों में इस कदर नाराज़गी थी कि उन्होंने राज्यसभा के चुनाव में कांग्रेस के पर्यवेक्षक को दिखा कर भाजपा के प्रत्याशी के पक्ष में वोट किया। अपने ही विधायकों को अपमानित करके सरकार चलाने की प्रयास के कारण कांग्रेस की यह स्थिति बनी है। जयराम ठाकुर ने कहा कि यह सरकार लोकप्रियता पहले ही खो चुकी थी अब अपना बहुमत भी खो चुकी है। सरकार ने बजट पारित करने के पहले विधानसभा से भाजपा के 15 विधायकों को निष्कासित करके बजट पास करवाया। स्वास्थ्य विभाग के कट मोशन में बाई विपक्ष की मांग पर मत विभाजन नहीं दिया वरना यह सरकार उस दिन भी गिर जाती हैं।
सरकार को भी इस बात का एहसास है कि यह सरकार विश्वासमत खो चुकी है इसलिए आनन-फानन में उल्टे सीधे फैसले ले रही है। नाराज लोगों को एडजस्ट कर रही है। लेकिन अब देर हो गई। देश आज प्रधानमंत्री के साथ खड़ा है। बड़े-बड़े कद्दावर और जनप्रिय नेता आज भाजपा में शामिल हो रहे हैं। वह भाजपा को समर्थन दे रहे हैं। नरेंद्र मोदी की तीसरी बार प्रधानमंत्री बनाने के लिए वह आज उनके साथ खड़े हैं क्योंकि देशवासियों साथ देश के जनप्रिय नेताओं को भी सिर्फ़ नरेन्द्र मोदी की गारंटी पर भरोसा है।