यंगवार्ता न्यूज़ - सोलन 26-08-2023
प्रदेश में इस बार बरसात कहर बरपा रही है। रोजाना पहाड़ियां दरक रही हैं और सड़कों व पुलों का नामोनिशान मिटा रही हैं। ताजा मामला नालागढ़-रामशहर-कुनिहार और शिमला मार्ग का है। यहां कुम्हारहट्टी के समीप 300 मीटर सड़क के साथ पहाड़ी का एक हिस्सा धंस गया। लैंडस्लाइड होने के चलते पहाड़ी का मलबा चिकनी नदी में एकत्रित हो गया और पानी का बहाव रुक गया है। लगातार पानी आने से नदी में झील बन गई है। अगर जल्द नदी से मलबा हटाकर पानी की निकासी शुरू नहीं की गई तो झील के टूटने से निचले क्षेत्र की लगभग डेढ़ दर्जन पंचायतों में बाढ़ की स्थिति बन जाएगी।
शनिवार सुबह हुई बारिश के कारण राम शहर मार्ग पर पहाड़ दरकने से क्षेत्र के तहत आने वाली करीब 2 दर्जन पंचायतों का संपर्क नालागढ़ से कट गया है। किसान और बागवान नकदी फसलें लेकर अनाज मंडी तक नहीं पहुंच पाए। जिस प्रकार से पहाड़ी का मलबा नीचे नदी में जा रहा है, अगले तीन-चार दिन तक लोगों को राहत मिलने की उम्मीद कम ही है। मार्ग धंसने की सूचना मिलते ही लोक निर्माण विभाग के सहायक अभियंता राज कुमार ने टीम के साथ मौके का निरीक्षण किया। उन्होंने बताया कि बारिश होने से सड़क का 300 मीटर हिस्सा पहाड़ी के साथ नदी में चला गया है। वर्तमान में भी मौके पर पहाड़ी से मिट्टी नीचे दरक रही है। ऐसे हालात में रास्ता निकालना मुश्किल है।
मार्ग को ठीक करने के लिए मौसम के साफ होने का इंतजार किया जा रहा है। कल तक मौसम साफ रहता है तो विभाग मशीन से रास्ता बनाने का प्रयास करेगा। कम से कम दो पहिया वाहनों के लिए मार्ग को चालू किया जाएगा। निगम के क्षेत्रीय प्रबंधक हरपाल सिंह ने बताया कि राम शहर मार्ग पर सड़क धंसने से पहाड़ी क्षेत्र के 19 रूट बंद पड़ गए हैं। नालागढ़-रामशहर-कुनिहार और शिमला रूट पूरी तरह से ठप पड़ गया है। निगम की 8 बसें पहाड़ी क्षेत्र में फंसी हुई हैं। राम शहर से स्वारघाट रूट पहले ही बंद पड़ा हुआ है। ऐसे में निगम को रोजाना 5 लाख से अधिक का नुकसान उठाना पड़ रहा है। इसकी रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को भेज दी गई है।