व्यवस्था परिवर्तन : हिमाचल के 47 स्कूलों में फिजिक्स, केमिस्ट्री और अंग्रेजी विषय बंद , शिक्षा निदेशालय ने जारी किए निर्देश

शिक्षा विभाग में जीरो एनरोलमेंट के चलते 47 स्कूलों में फिजिक्स, केमिस्ट्री और अंग्रेजी जैसे विषय बंद कर दिए गए हैं। इसके साथ ही इन स्कूलों में इन सब्जेक्टस को पढ़ाने वाले स्कूल लेक्चरर न्यू की पोस्ट को भी खत्म कर दिया गया है। हालांकि इन पदों को कैप्ट इन अबेयंस में रखा गया है , यानी अन्य स्कूल जहां पर भी इन विषयों के लेक्चरर की जरूरत होगी , वहां इन शिक्षकों को भेजा जाएगा

Jun 6, 2025 - 20:06
Jun 6, 2025 - 20:25
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व्यवस्था परिवर्तन : हिमाचल के 47 स्कूलों में फिजिक्स, केमिस्ट्री और अंग्रेजी विषय बंद , शिक्षा निदेशालय ने जारी किए निर्देश

यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला  06-06-2025

शिक्षा विभाग में जीरो एनरोलमेंट के चलते 47 स्कूलों में फिजिक्स, केमिस्ट्री और अंग्रेजी जैसे विषय बंद कर दिए गए हैं। इसके साथ ही इन स्कूलों में इन सब्जेक्टस को पढ़ाने वाले स्कूल लेक्चरर न्यू की पोस्ट को भी खत्म कर दिया गया है। हालांकि इन पदों को कैप्ट इन अबेयंस में रखा गया है , यानी अन्य स्कूल जहां पर भी इन विषयों के लेक्चरर की जरूरत होगी , वहां इन शिक्षकों को भेजा जाएगा। इसके साथ ही 19 ऐसे स्कूल हैं, जहां साइंस और आर्ट्स के विषयों में जीरो एनरोलमेंट के चलते सब्जेक्ट खत्म कर दिए गए हैं और यहां से लेक्चरर को युक्तिकरण के चलते दूसरे स्कूलों में शिफ्ट कर दिए गए हैं। निदेशक स्कूल शिक्षा आशीष कोहली की ओर से इस बारे में निर्देश जारी किए गए हैं। 
गौर रहे कि सरकार ने कम संख्या वाले स्कूलों पर सबसे पहले फोकस किया। इसके बाद अब सब्जेक्ट वाइज ऐसे स्कूल देखे जा रहे हैं, जहां बच्चों की संख्या जीरो है। ऐसे में विद पोस्ट इन स्कूलों में सब्जेक्ट को खत्म किया जा रहा है। प्रदेश सरकार का कहना है कि प्रदेश में बहुत से ऐसे स्कूल हैं जहां बच्चों की संख्या के मुकाबले शिक्षकों की संख्या कम है। ऐसे में इन्हीं स्कूलों में लेक्चरर को भेजा जाएगा, ताकि बच्चों की पढ़ाई सुचारू रूप से चल सके। सरकार का अगला फोकस अब शून्य दाखिले वाले स्कूलों पर है। इसमें शून्य दाखिलों वाले 103 स्कूल बंद किए जाएंगे। वहीं 10 विद्यार्थियों वाले 443 स्कूल मर्ज करने की योजना है। 
स्कूल शिक्षा निदेशालय ने 21 अप्रैल तक स्कूलों में हुए दाखिलों के आधार पर प्रस्ताव तैयार कर मंजूरी के लिए सरकार को भेज दिया है। 10 बच्चों वाले स्कूल 2 से 5 किमी के दायरे में आने वाले अधिक दाखिलों वाले स्कूलों में समायोजित किए जाएंगे। प्रस्ताव में बताया गया है कि प्रदेश में 72 प्राइमरी, 28 मिडल और तीन हाई स्कूलों में विद्यार्थियों की संख्या शून्य है। प्रदेश में अधिकतर ऐसे स्कूल हैं, जहां साइंस विषय में बेहद कम छात्र हैं। ऐसे में आर्थिक बोझ ही प्रदेश सरकार पर पड़ रहा है। सरकार ने इससे पहले कम संख्या वाले 700 स्कूलों को बंद कर दिया था। 
इसी तर्ज पर अब सब्जेक्ट वाइज स्कूलों की लिस्ट तैयार की जा रही हैं। इसमें देखा जाएगा कि स्कूलों में यदि विषयवार बच्चों की संख्या कम है, तो उसे बंद किया जाएगा। हिमाचल सरकार ने स्कूलों के बाद कॉलेजों को भी मर्ज करने का फैसला किया है। इसमें कम छात्र संख्या वाले कॉलेजों की लिस्ट तैयार की जा रही है। अभी तक कुल 21 कालेजों का डाटा तैयार किया गया है। इसमें पांच कॉलेज नॉन फंक्शनल हैं, जबकि 16 कालेज ऐसे हैं, जहां पर छात्रों की संख्या सौ से भी कम है। ऐसे में अब इन कॉलेजों को भी बंद कर दिया गया है।

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