कांग्रेस की सरकार नहीं , अब केवल गुटों की लड़ाई चल रही है : राजीव भारद्वाज

भारतीय जनता पार्टी के उपाध्यक्ष एवं सांसद डॉ राजीव भारद्वाज एवं वरिष्ठ प्रवक्ता एवं नेता त्रिलोक कपूर ने कांग्रेस सरकार पर करारा हमला बोलते हुए कहा कि हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस पार्टी पूरी तरह से टूट-फूट और गुटबाजी का शिकार हो चुकी है। कांग्रेस में अब न अनुशासन बचा है और न ही नेतृत्व पर विश्वास। हालात इतने बिगड़ चुके हैं कि कांग्रेस के अपने विधायक ही मुख्यमंत्री को मुख्यमंत्री मानने को तैयार नहीं हैं

Dec 7, 2025 - 17:49
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कांग्रेस की सरकार नहीं , अब केवल गुटों की लड़ाई चल रही है : राजीव भारद्वाज

यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला  07-12-2025
भारतीय जनता पार्टी के उपाध्यक्ष एवं सांसद डॉ राजीव भारद्वाज एवं वरिष्ठ प्रवक्ता एवं नेता त्रिलोक कपूर ने कांग्रेस सरकार पर करारा हमला बोलते हुए कहा कि हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस पार्टी पूरी तरह से टूट-फूट और गुटबाजी का शिकार हो चुकी है। कांग्रेस में अब न अनुशासन बचा है और न ही नेतृत्व पर विश्वास। हालात इतने बिगड़ चुके हैं कि कांग्रेस के अपने विधायक ही मुख्यमंत्री को मुख्यमंत्री मानने को तैयार नहीं हैं। राजीव भारद्वाज ने कहा कि धर्मशाला में आयोजित कांग्रेस विधायक दल की बैठक इस अंदरूनी संकट का सबसे बड़ा उदाहरण बनकर सामने आई। दिल्ली से विशेष रूप से भेजे गए दो आब्जर्वरों की मौजूदगी के बावजूद 40 विधायकों में से मात्र 15 विधायक और केवल 2 मंत्री ही बैठक में उपस्थित रहे। यह कांग्रेस नेतृत्व और सरकार दोनों पर बड़ा प्रश्नचिह्न है। 
आब्जर्वरों को नियुक्त करने का उद्देश्य था कि कांग्रेस विधायकों को एकजुट किया जाए और आपसी मतभेद समाप्त हों, लेकिन विधायक धर्मशाला में मौजूद होने के बावजूद बैठक से दूरी बनाते रहे। यह स्पष्ट संकेत है कि कांग्रेस के भीतर सब कुछ ठीक नहीं है। उन्होंने कहा कि यह स्थिति दर्शाती है कि कांग्रेस के विधायक मुख्यमंत्री को अपना सर्वमान्य नेता मानने को तैयार नहीं हैं। विधायक धर्मशाला में होते हुए भी विधायक दल की बैठक में न पहुंचना यह साबित करता है कि सरकार के प्रति उनका भरोसा पूरी तरह डगमगा चुका है। यह सरकार अंदर से खोखली हो चुकी है और कभी भी ढह सकती है। त्रिलोक कपूर ने प्रदेश के उपमुख्यमंत्री की भूमिका पर भी गंभीर सवाल खड़े करते हुए कहा कि वे लगातार विधानसभा सत्र और महत्वपूर्ण बैठकों से अनुपस्थित रहे। इससे सरकार की कार्यप्रणाली पर नकारात्मक प्रभाव पड़ा है। उन्होंने कहा कि जब सरकार के शीर्ष पदों पर बैठे लोग ही जिम्मेदारियों से भागेंगे तो प्रदेश कैसे चलेगा। 
उन्होंने एक मंत्री का उदाहरण देते हुए बताया कि वह मंत्री विधानसभा में केवल हाजिरी लगाने आते थे और फिर धर्मशाला में विभिन्न कार्यक्रमों में भाग लेने चले जाते थे। सदन की कार्यवाही के दौरान वह मंत्री अपने स्थान पर बैठते ही नहीं थे। एक दिन तो हालात इतने बिगड़े कि विधानसभा अध्यक्ष को हस्तक्षेप करना पड़ा और कहना पड़ा कि इस मंत्री के विभाग के सवालों का जवाब कौन देगा, मुख्यमंत्री जी आप ही तय कर लीजिए।” यह घटना कांग्रेस सरकार की घोर लापरवाही और गैर-जिम्मेदाराना रवैये को उजागर करती है। राजीव भारद्वाज ने कहा कि हिमाचल प्रदेश के इतिहास में पहली बार ऐसा शर्मनाक दृश्य देखने को मिला जब सत्ता पक्ष का ही कोरम पूरा नहीं हो पाया। विधानसभा में ऐसा माहौल था मानो सत्ता दल ही पूरी तरह विभाजित हो गया हो। यह स्थिति न केवल कांग्रेस सरकार की विफलता को दर्शाती है बल्कि लोकतांत्रिक व्यवस्थाओं का भी अपमान है। 
उन्होंने कहा कि आज हिमाचल प्रदेश में एक टूटी हुई, बिखरी हुई और दिशाहीन कांग्रेस सरकार चल रही है। सरकार के भीतर आपसी खींचतान, गुटबाजी और नेतृत्व संकट अपने चरम पर है। कांग्रेस सरकार प्रदेश चलाने में पूरी तरह असफल साबित हुई है। शासन व्यवस्था चरमरा गई है और जनता इसका खामियाजा भुगत रही है। राजीव भारद्वाज ने कहा कि कांग्रेस सरकार अब अपना अस्तित्व तेजी से खो रही है। प्रदेश की जनता इस आपसी कलह और अव्यवस्था को सब देख रही है और आने वाले समय में कांग्रेस को इसका करारा जवाब मिलेगा। भाजपा प्रदेश हित में पूरी मजबूती से जनता की आवाज बनेगी और कांग्रेस सरकार की हर विफलता को सड़क से सदन तक उजागर करती रहेगी।

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