जांच में खुलासा : दो लाख में हुआ था जेई सिविल भर्ती परीक्षा के पेपर का सौदा

बहुचर्चित जेई सिविल भर्ती परीक्षा पेपर लीक मामले में विजिलेंस की ओर से गठित विशेष जांच दल ने आरोपियों से सोमवार को विजिलेंस थाना हमीरपुर में गहन पूछताछ

Nov 7, 2023 - 13:53
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जांच में खुलासा : दो लाख में हुआ था जेई सिविल भर्ती परीक्षा के पेपर का सौदा

यंगवार्ता न्यूज़ - हमीरपुर    07-11-2023

बहुचर्चित जेई सिविल भर्ती परीक्षा पेपर लीक मामले में विजिलेंस की ओर से गठित विशेष जांच दल ने आरोपियों से सोमवार को विजिलेंस थाना हमीरपुर में गहन पूछताछ की। इस भर्ती परीक्षा के पेपर लीक मामले में चार आरोपी मंगलवार तक पुलिस रिमांड पर चल रहे हैं। 

आज  इन चारों को फिर से जिला सत्र न्यायालय में पेश किया जाएगा। सोमवार को विजिलेंस ने मुख्य आरोपी उमा आजाद, अभ्यर्थी मुकेश कुमार, मुकेश के पिता रणजीत सिंह और बर्खास्त ट्रैफिक इंस्पेक्टर से अलग-अलग पूछताछ की। पूछताछ के दौरान सामने आया कि पोस्ट कोड 970 जेई सिविल भर्ती परीक्षा के प्रश्नपत्र का दो लाख रुपये में सौदा हुआ था।

ट्रैफिक इंस्पेक्टर के पद से बर्खास्त हो चुके रवि कुमार ने खुद पहले अपने लिए प्रश्नपत्र हासिल करने के बाद ग्राहक ढूंढने का काम किया। इसी बीच रवि कुमार की मुलाकात जेई सिविल के अभ्यर्थी मुकेश कुमार से हुई। पिता-पुत्र ने रवि कुमार के साथ प्रश्नपत्र को लेकर बात की तो रवि ने इन्हें भंग होने से पूर्व हिमाचल प्रदेश कर्मचारी चयन आयोग की गोपनीय शाखा में तैनात वरिष्ठ सहायक उमा आजाद से मिलवाया। 

इस दौरान दो लाख रुपये में प्रश्नपत्र का सौदा हुआ। अभ्यर्थी और उसके पिता ने डील के तहत रवि कुमार के माध्यम से उमा तक एडवांस में कुछ रकम पहुंचाई। ऐसे भी कयास लगाए जा रहे हैं कि जेई सिविल भर्ती परीक्षा का प्रश्नपत्र लीक होने के बाद कुछ और लोगों के पास भी पहुंचा है, जिन्होंने परीक्षा पास की है। एसआईटी इस पहलू की भी जांच कर रही है। 

उमा आजाद 23 दिसंबर 2022 को विजिलेंस ने जेओए आईटी भर्ती परीक्षा पेपर लीक मामले में गिरफ्तार किया था। वह न्यायिक हिरासत में चल रही थीं, लेकिन गत दिवस एसआईटी ने जेई सिविल भर्ती परीक्षा की जांच के लिए न्यायालय से उमा की न्यायिक हिरासत को पुलिस हिरासत में तबदील करवाया।

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