तिब्बती बौद्ध धर्मगुरु दलाई लामा सिक्किम और पश्चिम बंगाल की यात्रा के लिए रवाना

तिब्बती बौद्ध धर्मगुरु दलाई लामा शनिवार को सिक्किम और पश्चिम बंगाल की यात्रा के लिए रवाना हो गए। वहां उनका 12 से 14 दिसंबर तक उपदेश देने का कार्यक्रम है। भारत-चीन सीमा विवाद के बीच उनकी यह यात्रा महत्वपूर्ण मानी जा रही

Dec 10, 2023 - 14:12
 0  3
तिब्बती बौद्ध धर्मगुरु दलाई लामा सिक्किम और पश्चिम बंगाल की यात्रा के लिए रवाना

यंगवार्ता न्यूज़ - धर्मशाला    10-12-2023

तिब्बती बौद्ध धर्मगुरु दलाई लामा शनिवार को सिक्किम और पश्चिम बंगाल की यात्रा के लिए रवाना हो गए। वहां उनका 12 से 14 दिसंबर तक उपदेश देने का कार्यक्रम है। भारत-चीन सीमा विवाद के बीच उनकी यह यात्रा महत्वपूर्ण मानी जा रही है। इस यात्रा को लेकर कूटनीतिक चर्चाएं भी शुरू हो गई हैं। अपने दौरे के दौरान दलाई लामा दो दिन गंगटोक में रहकर उपदेश देंगे, जो चीन सीमा से करीब 50 किलोमीटर दूर है। 

धर्मगुरु सिक्किम के मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग के अनुरोध पर सुबह पलजोर स्टेडियम में ग्यालसी थोक्मे सांगपो की बोधिसत्व (लेकलेन सोडुनमा) की 37 प्रथाओं पर शिक्षा देंगे। इसके बाद 14 दिसंबर को पश्चिम बंगाल के सालुगाड़ा में प्रवचन देने जाएंगे। इसके बाद सेड-ग्यूड में बोधिचित्त (सेमकी) की उत्पत्ति के लिए समारोह होगा। 

दलाई लामा के सचिव छेमि रिग्जिन ने बताया कि वर्ष 1956 में दलाई लामा भारत के सिक्किम में सबसे पहले पहुंचे थे, तब यहां बुद्ध की 2500वीं जयंती पर कार्यक्रम हुआ था। इसके चलते जब भी दलाई लामा यहां जाते हैं तो यहां के लोग काफी भावुक हो जाते हैं।

भारत तिब्बत मैत्री संघ धर्मशाला द्वारा 27वां हिमालयन उत्सव 10 दिसंबर से टिपा में आयोजित किया जाएगा। इसका आयोजन तिब्बतियों के सर्वोच्च धर्मगुरु दलाई लामा को मिले नोबल शांति पुरस्कार के उपलक्ष्य पर हर वर्ष 10 और 11 दिसंबर को किया जाता है। संघ के अध्यक्ष अजीत नैहरिया ने बताया कि 10 दिसंबर को उत्सव के उद्घाटन समारोह के लिए मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू को बतौर मुख्य अतिथि निमंत्रण दिया गया है। 

तिब्बत की निर्वासित सरकार के प्रधानमंत्री पेंपा छिरिंग व हिमाचल प्रदेश पर्यटन विकास बोर्ड के चेयरमैन रघुवीर सिंह बाली इस अवसर पर सम्मानित अतिथि के रूप में शिरकत करेंगे। 11 दिसंबर को उत्सव के समापन समारोह में धर्मशाला विधानसभा क्षेत्र के विधायक सुधीर शर्मा मुख्य अतिथि व निर्वासित तिब्बती सरकार के स्पीकर खैंपो सोनम तेंफेल सम्मानित अतिथि के रूप में शिरकत करेंगे। 

इस वर्ष उत्तरी क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र पटियाला के सौजन्य से पंजाब, हरियाणा, उत्तराखंड और राजस्थान के कलाकार अपनी सांस्कृतिक धरोहर की झलकियां प्रस्तुत करेंगे। इसके अतिरिक्त हिमाचल प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों से कलाकार अपनी सांस्कृतिक प्रस्तुतियां देंगे। यह उत्सव हमेशा से पर्यटकों व स्थानीय लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र रहा है, भारत तिब्बत मैत्री संघ की कोशिश है कि इस वर्ष इस उत्सव को और बुलंदियों पर ले जाया जाएगा।

What's Your Reaction?

like

dislike

love

funny

angry

sad

wow