लोग मरे तो मरे, मंत्री जी के पास नहीं है सिरमौर के आपदा पीड़ितों का दर्द सांझा करने का समय 

भीषण आपदा में भी सिरमौर नहीं आए उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान , जिला सिरमौर में गत सप्ताह बादल फटने से सिरमौरी ताल में एक ही परिवार के 5 लोगों की दुखद मौत हो गई थी

Aug 15, 2023 - 19:56
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लोग मरे तो मरे, मंत्री जी के पास नहीं है सिरमौर के आपदा पीड़ितों का दर्द सांझा करने का समय 
यंगवार्ता न्यूज़ - नाहन 15-08-2023
जिला सिरमौर में गत सप्ताह बादल फटने से सिरमौरी ताल में एक ही परिवार के 5 लोगों की दुखद मौत हो गई थी। साथ ही कई परिवार बेघर हो गए। यही नहीं पूरा सिरमौरी ताल पूरी तरह तहस-नहस हो गया , लेकिन हिमाचल प्रदेश सरकार के पास सिरमौर के पीड़ितों का दुख दर्द जानने का समय नहीं है। मजेदार बात तो यह है कि जिला सिरमौर से संबंध रखने वाले शिलाई के विधायक हर्षवर्धन चौहान भी अभी तक लोगों का दुख दर्द जानने नहीं पहुंचे। सोशल मीडिया पर उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान को लेकर स्थानीय जनता में खूब चर्चा चल रही है। सोशल मीडिया पर कुछ लोगों ने कहा कि उद्योग मंत्री के पास सिरमौर के लोगों का दुख दर्द जानने का समय नहीं है , तो कुछ लोगों ने लिखा है कि लोग मरे तो मरे मंत्री जी कीचड़ में नहीं जा सकते , क्योंकि उनके पैर मैले हो जाते है।
एक सोशल मीडिया यूज़र ने लिखा है कि इस समय मंत्री जी बहुत व्यस्त है , जिसके चलते उनके पास सिरमौर के लोगों के लिए समय नहीं है। वही आम आदमी पार्टी के नेता और समाज सेवक नाथूराम चौहान ने तो उद्योग मंत्री को लेकर बड़ी बात कह डाली थी। नाथूराम चौहान ने तो यहां तक कहा था कि उद्योग मंत्री जी आखिर में सिरमौर की जनता ही आपके काम आएगी। नाथू राम ने जो कहा वह यंगवार्ता न्यूज़ नहीं लिख नहीं सकता क्योंकि ऐसा अमर्यादित शब्द हम प्रयोग में नहीं ला सकते। आपको बता दें कि गत बुधवार को पावटा विकासखंड की ग्राम पंचायत मुगलों वाला के सिरमौरी ताल गांव में बादल फटने के चलते भीषण आपदा आई , जिसके चलते एक परिवार के पांच सदस्यों की मौत हो गई , जबकि गांव के कई लोग बेघर हो गए , लेकिन उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान और हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू अभी तक सिरमौर के लिए समय नहीं निकाल पाए।
लोगों का कहना है कि मुख्यमंत्री को पूरा प्रदेश देखना पड़ता है जिसके चलते वह व्यस्त हो सकते हैं और अन्य स्थानों पर भी इस प्रकार के प्राकृतिक आपदा आई है , लेकिन उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान तो अपने थे वह भी जनता का दुख दर्द जानने नहीं आए। इस  प्राकृतिक आपदा से एक परिवार पूरी तरह खत्म हो गया। इस दुःख की घड़ी में भी उद्योग मंत्री का कलेजा नहीं पसीजा और उन्होंने अभी तक सिरमौर के आपदा पीड़ितों का दर्द जानने की जहमत नहीं उठाई।  आपको बता दें कि गत बुधवार को पांवटा साहिब के मालगी में बादल फटा था जिसके चलते सिरमौरी ताल में भारी बाढ़ आ गई थी। इस बाढ़ में जहां एक परिवार के पांच सदस्यों की दुखद मृत्यु हो गई थी , वहीं करीब 18 परिवार इसकी चपेट में आए थे। घटना के तुरंत बाद पांवटा साहिब की विधायक सुखराम चौधरी घटनास्थल पर पहुंचे और रात भर पीड़ितों के साथ रहे , लेकिन हिमाचल प्रदेश सरकार का कोई भी मंत्री सिरमौरी ताल नहीं पहुंचा , ना ही जिला सिरमौर के कांग्रेसी विधायकों ने सिरमौरी ताल पहुंचने की जहमत उठाई।
नाहन के विधायक अजय सोलंकी नाहन निर्वाचन क्षेत्र के कंडईवाला में आपदाग्रस्त क्षेत्र में अवश्य गए , लेकिन सिरमौरी ताल  जाने का उनके पास भी समय नहीं था और ना ही रेणुका के विधायक विनय कुमार ने आपदाग्रस्त एरिया में जाकर पीड़ितों के जख्म पर मरहम लगाने की जहमत उठाई। मंगलवार को  7 दिनों बाद विक्रमादित्य सिंह अवश्य घटनास्थल पर पहुंचे और पीड़ितों का दर्द साझा किया। बताते हैं कि कल बुधवार को उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान का भी सरकारी कार्यक्रम सिरमौरी ताल का बन गया है और वह बुधवार को आपदाग्रस्त क्षेत्र का दौरा करेंगे।

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