हिमाचल परिवहन विभाग की अनूठी पहल : कार्यशाला में पहली बार महिला चालकों को किया सम्मानित 

हिमाचल प्रदेश में महिला चालकों के लिए हिमाचल परिवहन विभाग ने अनूठी पहल की है। प्रदेश में यात्रियों को गंतव्य स्थान तक पहुंचाने वाली बस, ट्रक, टैक्सी, ऑटो और ई-रिक्शा चालक महिलाओं के लिए शिमला के हिप्पा में एक कार्यशाला

Jan 25, 2024 - 11:46
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हिमाचल परिवहन विभाग की अनूठी पहल : कार्यशाला में पहली बार महिला चालकों को किया सम्मानित 

यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला    25-01-2024

हिमाचल प्रदेश में महिला चालकों के लिए हिमाचल परिवहन विभाग ने अनूठी पहल की है। प्रदेश में यात्रियों को गंतव्य स्थान तक पहुंचाने वाली बस, ट्रक, टैक्सी, ऑटो और ई-रिक्शा चालक महिलाओं के लिए बुधवार को शिमला के हिप्पा में एक कार्यशाला आयोजित की गई। कार्यशाला में पहली बार प्रदेश की महिला चालकों को सम्मानित किया गया। 

उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने महिलाओं को संबोधित करते हुए कहा कि ड्राइविंग क्षेत्र में आत्म निर्भर बनाने की पहल के तहत महिलाओं को लाइसेंस बनाने में प्रदेश में प्राथमिकता एवं अधिमान मिलेगा। कार्यशाला में उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने महिला चालकों को सम्मानित किया गया। 

महिला चालकों के सम्मान समारोह में प्रोफेसर सिमी अग्निहोत्री भी विशेष रूप से शामिल हुई। कार्यक्रम में करीब 40 महिला वाहन चालकों ने जागरूकता अभियान में हिस्सा लिया और अपने निजी अनुभव भी साझा किए। कार्यक्रम में उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने महिलाओं को काम में पेश आ रहीं दिक्कतों एवम चुनौतियों को सुना। 

परिवहन विभाग के निदेशक अनुपम कश्यप ने बताया कि महिलाएं आज सावलंबन और आत्मनिर्भरता की ओर आगे बढ़ रही है। ऐसे में हर्ष का विषय है कि हिमाचल प्रदेश के अंदर एक लाख 10 हजार से ज्यादा महिला चालक हैं।

उन्होंने कहा कि उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री के आदेशों के अनुसार विभाग की ओर से सडक़ सुरक्षा जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। इसमें महिलाओं की भागीदारी को भी महत्त्वपूर्ण स्थान दिया जा रहा है। इस कार्यशाला में महिलाओं के अनुभव सुने गए, ताकि व्यवस्था को बेहतर बनाया जा सके। 

इस दौरान चौपाल के नेरवा की रहने वाली काजल मोक्टा ने बताया कि वह लगभग सभी प्रकार के वाहन चला लेती हैं, जिसमें छोटे वाहन, बाइसिकल और मशीन भी शामिल हैं। महिलाएं आज हर क्षेत्र में बेहतर काम कर रही हैं तो उन्हें इस क्षेत्र में भी आगे आना चाहिए। 

शिमला में टैक्सी चलाने वाली भावना ने बताया कि वह पिछले 16 सालों से वाहन चला रही है। इसमें पहले उन्होंने प्राइवेट व्हीकल से शुरुआत की, जिसके बाद उन्होंने कॉमर्शियल व्हीकल पर टैक्सी चलाना शुरू किया। इस अवसर पर अन्य महिला चालकों ने भी अपने अनुभव साझा किए. इस दौरान इन महिला चालकों ने प्रदेश की युवतियों और महिलाओं से इस क्षेत्र में भी अपने हिस्सेदारी बढ़ाने और आगे आने की बात कही।

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