सिरमौर के आपदा पीड़ितों तक 7 दिनों बाद पहुंची सरकार , लोक निर्माण मंत्री ने जाना पीड़ितों का दर्द 

सिरमौर के आपदा पीड़ितों तक 7 दिनों बाद पहुंची सरकार , लोक निर्माण मंत्री ने जाना पीड़ितों का दर्द 

Aug 15, 2023 - 20:07
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सिरमौर के आपदा पीड़ितों तक 7 दिनों बाद पहुंची सरकार , लोक निर्माण मंत्री ने जाना पीड़ितों का दर्द 
यंगवार्ता न्यूज़ - पांवटा साहिब  15-08-2023
आखिरकार हिमाचल प्रदेश सरकार ने एक बार फिर बता दिया की सिरमौर जिला वास्तव में ही प्रदेश में 12 वे स्थान पर है और सरकार को सिरमौर की परवाह नहीं है। हिमाचल के सिरमौर जिला के पिछड़ेपन का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि पिछले सप्ताह जिला सिरमौर में बड़ी प्राकृतिक आपदा आई और इस आपदा में सिरमौर जिला के पांवटा साहिब के ग्राम पंचायत मुगलों वाला की सिरमौरी ताल में बादल फटने के चलते एक परिवार के पांच सदस्यों की दुखद मौत हो गई। लेकिन एक सप्ताह तक हिमाचल प्रदेश सरकार का कोई भी नुमाइंदा पीड़ितों का दर्द साँझा करने नहीं पहुंचा। यह जरूर है कि कांग्रेस पार्टी के पूर्व में पांवटा साहिब से विधायक रहे किरनेश जंग चौधरी अवश्य घटनास्थल पर गए थे लेकिन उनके अलावा जिला सिरमौर का कोई भी कांग्रेसी विधायक सिरमौरी ताल नहीं पहुंचा।  मजेदार बात तो यह है कि सिरमौर जिला से ताल्लुक रखने वाले उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान ने भी सिरमौरी ताल जाने की जहमत नहीं उठाई कि वह सिरमौरी ताल में पहुंचकर पीड़ितों के जख्म पर मरहम लगाए।
यही नहीं जिला सिरमौर में पिछले एक महीने में प्राकृतिक आपदा से करीब 18 लोगों की मृत्यु हुई है , लेकिन हिमाचल प्रदेश सरकार ने सिरमौर जिला के आपदा पीड़ितों का दर्द जानने की जहमत नहीं उठाई। हिमाचल प्रदेश सरकार में लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह जरूर मंगलवार को जब सिरमौर प्रवास पर थे तो वह सिरमौरी ताल पहुंचे और वहां जाकर उन्होंने पीड़ित परिवार का दुख दर्द जाना। साथ ही परिवार को आश्वस्त किया कि हिमाचल प्रदेश सरकार उनके साथ है। भले ही सरकार की ओर से कोई भी नुमाइंदा आज तक पहुंचा हो लेकिन विक्रमादित्य सिंह ने एक बार फिर भी पीड़ितों के साथ कुछ पल बिताए।  साथ ही लोक निर्माण मंत्री पांवटा साहिब के ही मालगी क्षेत्र में भी गए। जहां पर बादल फटा था उसके उपरांत देर शाम को पीडब्ल्यूडी मंत्री नाहन विकासखंड के कंडईवाला गए , जहां 2 दिन पूर्व बादल फटने से भारी क्षति पहुंची थी। मगर हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री अभी तक सिरमौर नहीं पहुंच पाए हैं और ना ही उद्योग मंत्री ने जिला में आकर पीड़ित परिवारों का दुख दर्द जानने का कष्ट उठाया। इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि हिमाचल प्रदेश में सिरमौर जिला कितना महत्व रखता है।
बताते हैं कि जब अपने ही अपनों का दर्द नहीं जानेंगे तो अन्य ज़िलों के राजनेता सिरमौर के लोगों के जख्म पर मरहम क्यों लगाएंगे , क्योंकि उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान एक सप्ताह तक भी सिरमौर ताल में पीड़ितों का दर्द जानने नहीं पहुंचे। आपको बता दें कि गत बुधवार को सिरमौर ताल में प्राकृतिक आपदा आई थी जिसमें  एक परिवार की पांच लोगों की मृत्यु हो गई थी। पांवटा साहिब के विधायक और भारतीय जनता पार्टी सरकार में पूर्व मंत्री रहे सुखराम चौधरी को जैसे ही आपदा की सूचना मिली वह रात को ही घटनास्थल पर पहुंच गए और पूरी रात राहत और बचाव कार्य में लगे रहे। उसके उपरांत नेता प्रतिपक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ,  भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल और शिमला संसदीय क्षेत्र से सांसद सुरेश कश्यप भी घटनास्थल पर पहुंचे और पीड़ितों का दुख दर्द साझा किया , लेकिन हिमाचल प्रदेश सरकार के पास सिरमौर के पीड़ितों का दर्द जानने का तनिक भी समय नहीं है। 

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