ट्रांसफ़र के नाम पर हारे नकारे नेता कर रहे कर्मचारियों का उत्पीड़न , भ्रष्टाचारियों पर  सरकार मेहरबान : इंद्र सिंह गांधी

बल्ह विधानसभा क्षेत्र के विधायक बहुत इंद्र सिंह गाँधी ने सरकार पर भ्रष्टाचार के संरक्षण का आरोप लगाते हुए कहा कि उनकी शिकायतों की सुनवाई नहीं हो रही है। हर स्तर पर शिकायत करके थक गया। भ्रष्टाचारियों पर कार्रवाई तो दूर जांच भी नहीं की गई। शासन और प्रशासन द्वारा भ्रष्टाचार को इस तरह संरक्षण देना समझ के परे हैं

Sep 5, 2024 - 19:33
Sep 5, 2024 - 19:57
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ट्रांसफ़र के नाम पर हारे नकारे नेता कर रहे कर्मचारियों का उत्पीड़न , भ्रष्टाचारियों पर  सरकार मेहरबान : इंद्र सिंह गांधी
यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला  05-09-2024
बल्ह विधानसभा क्षेत्र के विधायक बहुत इंद्र सिंह गाँधी ने सरकार पर भ्रष्टाचार के संरक्षण का आरोप लगाते हुए कहा कि उनकी शिकायतों की सुनवाई नहीं हो रही है। हर स्तर पर शिकायत करके थक गया। भ्रष्टाचारियों पर कार्रवाई तो दूर जांच भी नहीं की गई। शासन और प्रशासन द्वारा भ्रष्टाचार को इस तरह संरक्षण देना समझ के परे हैं। विधायक गांधी ने कहा कि विकास खंड बल्ह में ग्राम पंचायत दूसरा खाबू के उप प्रधान द्वारा किए गए घोटाले, ग्राम पंचायत बड़सू के प्रधान द्वारा, ग्राम पंचायत लोअर रिवालसर और ग्राम पंचायत बाल्ट के उप प्रधान द्वारा सरकारी संपत्ति को अपनी मनमर्ज़ी से उखाड़ना और ग्राम पंचायत बरस्वान के प्रधान भ्रष्टाचार के मामले में निलंबित होने के बाद भी शासकीय कार्य ख़ुद करवा रहे हैं। 
एक हारे-नकारे नेता पंचायतों के कर्मचारियों का राजनीतिक विद्वेष की भावना से ट्रांसफर करवा रहा है और विकास खंड अधिकारियों को घर बुलाकर महिला प्रधानों को अपमानित करवा रहा है। इस मामले में संदर्भ में विधायक गांधी ने पंचायती राज मंत्री अनिरुद्ध सिंह से मिलकर शिकायत भी की है। मंत्री द्वारा उपरोक्त मामलों की जांच करवा कर उचित कार्रवाई करने का आश्वासन दिया। गांधी ने कहा कि वह किसी भी तरह के भ्रष्टाचार को सहन नहीं करेंगे और उच्च स्तर पर  हर मामले की शिकायत करते रहेंगे। जल शक्ति डिवीजन के अधिशासी अभियंता पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगे हैं। ठेकेदार के द्वारा लगाए गए आरोप के मुताबिक एक्सईएन ने अपने ऑफिस में 35 लाख से साज सज्जा का काम करवाकर भुगतान कर दिया जबकि अन्य ठेकेदारों के दो साल से पेमेंट लंबित है।  एक्सईएन द्वारा दो मनचाहे ठेकेदारों को मात्र 11 महीने में लगभग पचास-पचास टेंडर दिये गये। 
1984 से बना डिवीज़न बिना जनरेटर के चल रहा था लेकिन सुक्खू सरकार के आते ही 18 लाख का जनरेटर बिना किसी कॉन्ट्रैक्ट रेट के 32 लाख में खरीदा गया जिसमें 3.5 लाख रुपए फिटिंग के अतिरिक्त खर्च किए गए। जबकि हर कॉन्ट्रैक्ट में जनरेटर फिटिंग के साथ फिटिंग की कास्ट जोड़ी जाती है। इसके अलावा टूल किट को चार गुना दाम पर खरीदे गये। इसके अलावा सही पाइप को ख़राब पाइप्स बता कर रिप्लेस करवा दिया। इस मामले को इंद्र सिंह गांधी ने जल शक्ति मंत्री के संज्ञान में भी लाया तो मंत्री द्वारा एक्सीएन का तबादला करने का आश्वासन दिया , लेकिन गांधी ने कहा कि भ्रष्टाचार के मामले में तबादला तर्क संगत नहीं हैं इस मामले की जांच करके उचित कार्रवाई होनी चाहिए। इसलिए इस मामले की जांच सीबीआई द्वारा की जानी चाहिए।

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