छात्रों का निष्कासन रद्द नही किया तो उग्र होगा आंदोलन , एसएफआई का विवि के गेट पर धरना प्रदर्शन 

हिमाचल प्रदेश विश्वविधालय शिमला में एसएफआई ने 12 छात्रों के अवैध निष्कासन के विरोध में विश्वविधालय के गेट पर धरना प्रदर्शन किया। एसएफआई इकाई विश्वविधालय शिमला ने सुबह विश्वविधालय के गेट पर एकत्रित हुए और विशवविद्यालय प्रशासन के खिलाफ धरना प्रदर्शन किया

Dec 8, 2023 - 19:05
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छात्रों का निष्कासन रद्द नही किया तो उग्र होगा आंदोलन , एसएफआई का विवि के गेट पर धरना प्रदर्शन 
यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला  08-12-2023
हिमाचल प्रदेश विश्वविधालय शिमला में एसएफआई ने 12 छात्रों के अवैध निष्कासन के विरोध में विश्वविधालय के गेट पर धरना प्रदर्शन किया। एसएफआई इकाई विश्वविधालय शिमला ने सुबह विश्वविधालय के गेट पर एकत्रित हुए और विशवविद्यालय प्रशासन के खिलाफ धरना प्रदर्शन किया। परिसर सचिव सन्नी सेकटा ने कहा कि एसएफआई अपनी स्थापना से लेकर अभी तक लगातार छात्र मांगों को लेकर लड़ रही है। इसी कड़ी में जब एसएफआई ने एनईपी के विरोध में विश्वविधालय में मुख्यमंत्री का पुतला दहन किया , उस समय एनएसयूआई के कुछ आउटसाइडर गुंडे एसएफआई के साथ लड़ने के साथ विश्वविधालय का माहौल खराब करने का प्रयास करते हैं। 
जब उस दिन वह उसमे कामयाब नहीं हो पाते तो 20 नवंबर 2023 को जब एसएफआई ने एनईपी के विरोध में शांतिपूर्ण रूप से पर्चा बांट रही होती है तो वही एनएसयूआई के गुंडे गाड़ी में तेजधार हथियार लाकर एसएफआई के तीन लोगों पर हमला कर देते है। जिससे छात्र बुरी तरह घायल होते हैं। जब एसएफआई के छात्र अपनी आत्मरक्षा में अपना हाथ उठाते हैं तो विश्वविधालय प्रशासन सरकार के दवाब में आकर एसएफआई के 12 छात्रों को विश्वविधालय से निष्कासित के दिया। एसएफआई का मानना है कि यह निष्कासन पूरी तरह से अवैध है, क्योंकि विश्वविधालय के ऑर्डिनेंस में यह साफ साफ लिखा है कि किसी भी छात्र को निष्कासित करने से पहले उसे विश्वविधालय द्वारा उसका पक्ष जानने के लिए नोटिस दिया जायेगा और छात्रों का पक्ष जानने के बाद ही कोई फैसला लिया जाएगा। 
परंतु विश्वविधालय प्रशासन ऑर्डिनेंस को दरकिनार करके अपनी तानाशाही दिखा कर छात्रों को अवैध तरीके से विश्वविधालय से निकाल देता है। छात्र दवाब के चलते जब विश्वविधालय प्रशासन छात्रों को उनका पक्ष रखने का मौका देता है तो जानबूझ कर फैसला लेने में लेट लतीफी करता है। हम जानते हैं की विश्वविधालय में परीक्षाएं शुरू होने वाली हैं जिसमे परीक्षा फॉर्म भरने की तिथि 10 दिसंबर है। अगर विश्वविधालय की लेट लतीफी के कारण छात्र अपना परीक्षा फॉर्म नही भर पायेगा तो उनकी पूरी डिग्री पूरी नहीं हो पायेगी और उन्हे पुनः प्रथम सत्र में दाखिला लेना पड़ेगा , जिससे उनके 2 साल बर्बाद हो रहे हैं। 
एसएफआई का साफ मानना है की प्रशासन जल्द से जल्द छात्रों का निष्कासन वापिस करे , ताकि छात्रों का भविष्य खराब न हो। एसएफआई ने प्रशासन की चेतावनी देते हुए कहा कि यदि 10 दिसंबर से पहले छात्रों का निष्कासन रद्द नही होता है तो एसएफआई सभी छात्रों को लामबंद करते हुए पीजी परीक्षाओ के समय भी एक उग्र आंदोलन करेगी जिसकी सारी जिम्मेदारी विश्वविधालय प्रशासन की होगी।

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