पावटा नगर परिषद में कूड़ा निष्पादन के नाम पर बड़ा घोटाला , विपक्षी पार्षदों ने लगाए आरोप

नगर परिषद पांवटा साहिब के विपक्षी पार्षदों ने सत्तारूढ़ नगर परिषद पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए हैं। आधा दर्जन विपक्षी पार्षदों ने शहर के एक निजी होटल में पत्रकार वार्ता कर नगर के कूड़ा निष्पादन में लाखों रुपए की हेराफेरी का आरोप लगाया है। नगर परिषद ने कूड़ा निष्पादन ने नाम पर बड़ा घोटाला हुआ

Oct 17, 2023 - 19:47
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पावटा नगर परिषद में कूड़ा निष्पादन के नाम पर बड़ा घोटाला , विपक्षी पार्षदों ने लगाए आरोप
यंगवार्ता न्यूज़ - पांवटा साहिब  17-10-2023

नगर परिषद पांवटा साहिब के विपक्षी पार्षदों ने सत्तारूढ़ नगर परिषद पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए हैं। आधा दर्जन विपक्षी पार्षदों ने शहर के एक निजी होटल में पत्रकार वार्ता कर नगर के कूड़ा निष्पादन में लाखों रुपए की हेराफेरी का आरोप लगाया है। नगर परिषद ने कूड़ा निष्पादन ने नाम पर बड़ा घोटाला हुआ है। 
विपक्षी पार्षदों में पार्षद राजेंद्र सिंह, डॉक्टर रोहिताश नांगिया , रविंदर पाल सिंह खुराना, मधुकर डोगरी, कृष्णा भंडारी और मीनू गुप्ता ने कहा कि नगर परिषद पांवटा साहिब में बड़े कूड़ा निष्पादन ने नाम पर बड़े पैमाने पर गोलमाल किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि कूड़ा निष्पादन के लिए बद्दी की एक फर्म को ठेका दिया गया था। लेकिन बाद में बिना हाऊस में लाए और बिना टेंडर प्रक्रिया के एक दूसरी फर्म को ठेका दे दिया गया। इतना ही नहीं बल्कि एक पार्षद के पति पुत्र और पुत्रवधू के ट्रकों के नाम पर लाखों की पेमेंट का गोलमाल किया गया है। इस ट्रांसपोर्ट के नाम पर कूड़े के तोल की प्रक्रिया को भी पूरा नहीं किया गया। 
यहां तक कि किए गए तोल में भी भारी गड़बड़झाला किया गया। डॉक्टर नांगिया ने बताया बताया कि कूड़े की छंटाई के नाम पर 4 लाख रुपए मासिक का ठेका दिया गया है। जबकि कूड़ा बिना छंटाई के ट्रांसपोर्ट किया जा रहा है। ऐसे में हर माह 4 लाख रुपया कहां जा रहा है? ये बड़ा सवाल है। दूसरी ओर पार्षद रविंद्र पाल सिंह खुराना ने कहा कि नगर परिषद अध्यक्ष उपाध्यक्ष हाऊस के बैठक करने में आनाकानी कर रहे हैं। बार बार कहे जाने के बाद भी पार्षदों को बैठक की प्रोसिडिंग की कॉपी उपलब्ध नहीं करवाई जा रही है। ताकि उसने हेराफेरी की जा सके। 
यहां तक कि बैठक की प्रोसिडिंग लेने के लिए पार्षदों को आरटीआई का सहारा लेना पड़ रहा है। उन्होंने बताया कि बैठक का समय शाम 3 बजे से बदल कर सुबह 10 बजे कर दिया गया है। जिससे नगर परिषद में विभिन्न कार्यों से आने वाले लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है। इस बारे में भी बार बार आग्रह करने के बाद भी नगर परिषद के अध्यक्ष उपाध्यक्ष अपना अड़ियल रुख बदलने को तैयार नहीं हैं। पार्षद मधुकर डोगरी ने बताया कि दो बार पारिवारिक आपातकालीन परिस्थितियों के कारण वो बैठक में भाग नहीं ले सके, जिसके चलते एक सत्तारूढ़ पार्षद ने उन पर बैठक में भाग न लेने के आरोप लगाए हैं, 
उन्होंने महिला पार्षद से सवाल किया कि वे बताएं कि उन्होंने बैठक का बुलाए जाने पर कितनी बार सवाल उठाए? वहीं पार्षद राजेंद्र सिंह ने आरोप लगाया कि नगर परिषद के अध्यक्ष उपाध्यक्ष हर बैठक में इनोवा अथवा बोलेरो गाड़ी लेने के लिए प्रस्ताव पारित कर रहे हैं। जबकि नगर परिषद को अपनी जेसीबी मशीन आदि उपकरणों की ज्यादा आवश्यकता है। सभी पार्षदों में एक स्वर में कहा कि कूड़ा निष्पादन घोटाले की जांच और कार्रवाई तुरंत कारवाई जाए। अगर इस मामले में देरी की गई तो सभी पार्षद सड़कों पर उतरने को मजबूर होंगे।

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