सीमा पर बसे मुल्थान बाजार में हुई तबाही के बाद प्रभावित सात दिनों से होटलों में रहने को मजबूर
हिमाचल प्रदेश के मंडी और कांगड़ा जिला की सीमा पर बसे मुल्थान बाजार में हुई तबाही के बाद प्रभावित सात दिनों से होटलों में ही रहने को मजबूर हैं जबकि खतरे की आशंका को देखते हुए मुल्थान बाजार का कुछ हिस्सा रेड जोन में ही शामिल
यंगवार्ता न्यूज़ - मंडी 18-05-2024
हिमाचल प्रदेश के मंडी और कांगड़ा जिला की सीमा पर बसे मुल्थान बाजार में हुई तबाही के बाद प्रभावित सात दिनों से होटलों में ही रहने को मजबूर हैं जबकि खतरे की आशंका को देखते हुए मुल्थान बाजार का कुछ हिस्सा रेड जोन में ही शामिल हैं। फिलहाल रेड जोन वाले हिस्से में रहना किसी खतरे से खाली नहीं है।
प्रशासन अब किसी भी तरह की चूक नहीं बरतना चाहता है। पूर्व में मुल्थान में कंपनी के आश्वासन पर प्रशासन मान गया कि अब पहाड़ी से पानी आना बंद हो जाएगा, लेकिन उसी 10 मई की रात को पानी का जलजला आया गया और मलबे ने मुल्थान बाजार में भारी तबाही मचाई।
वर्तमान में कम मात्रा में आ रहे पानी और पहाड़ी पर मौजूद मलबे को ध्यान में रखते हुए प्रशासन की ओर से मुल्थान बाजार रेड जोन में ही रखा गया है।प्रशासन का मानना है कि कंपनी प्रबंधन तकनीकी जांच पड़ताल के बाद लिखित में यह देती है कि अब किसी भी तरह का खतरा नहीं है, तभी रेड से सेफ जोन में तब्दीली की जाएगी।
वर्तमान में प्रभावित कंपनी की तरफ से बुक करवाए गए होटल में ही रह रहे हैं। कंपनी की तरफ से विभिन्न तकनीकी टीमें मौके पर आकर जांच-पड़ताल कर रही है। हालांकि घटना के सात दिन बाद भी अभी तक यह साफ नहीं हो पाया कि आखिर पानी का रिसाव कैसे हुआ और पानी लगातार कहां से आ रहा है।
स्थानीय तहसीलदार वरुण गुलाटी ने बताया कि फिलहाल मुल्थान बाजार का कुछ हिस्सा रेड जोन में तब्दील है। कंपनी प्रबंधन से लिखित सूचना के बाद आगामी कार्रवाई अमल पर लाई जाएगी। अधिकतर प्रभावित होटल में ही रह रहे हैं। सभी तरह के हालातों पर प्रशासन की पूरी निगरानी है।
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