मंडी के मुख्य बाजार व आस-पास के क्षेत्रों में टैंकरों के माध्यम से पेयजल आपूर्ति की व्यवस्था
मंडी जिला में लगातार हो रही भारी बारिश के कारण बाधित पेयजल आपूर्ति बहाल करने के लिए जल शक्ति विभाग दिन-रात कार्य कर रहा है। मंडी शहर के लिए जलापूर्ति सुनिश्चित करने के लिए विभाग द्वारा दो स्तरीय व्यवस्था की गई

यंगवार्ता न्यूज़ - मंडी 28-08-2025
मंडी जिला में लगातार हो रही भारी बारिश के कारण बाधित पेयजल आपूर्ति बहाल करने के लिए जल शक्ति विभाग दिन-रात कार्य कर रहा है। मंडी शहर के लिए जलापूर्ति सुनिश्चित करने के लिए विभाग द्वारा दो स्तरीय व्यवस्था की गई है। इसके तहत मुख्य शहर के लिए टैंकरों के माध्यम से पेयजल आपूर्ति की कार्य योजना तैयार की गई है।
जल शक्ति विभाग के अधिशाषी अभियंता देवराज चौहान ने बताया कि मंडी के मुख्य बाज़ार, थनेहड़ा, धाराकोठी, टारना, तल्याहड़, सन्यारड, अपर पंजेठी, अपर मंगवाईं, बाड़ी, समखेतर, दरम्याना, भगवाहन, रवि नगर व बगला मोहल्ला में आज वीरवार को नगर निगम के सहयोग से टैंकरों के माध्यम से जल आपूर्ति की जा रही है। उन्होंने बताया कि इन क्षेत्रों में कल दोपहर तक ही जलापूर्ति की सम्भावना है।
उन्होंने बताया कि मंडी शहर में वैकल्पिक व्यवस्था के तौर पर विभाग ने स्थानीय पेयजल स्रोतों के माध्यम से विभिन्न क्षेत्रों में नगरवासियों को पेयजल उपलब्ध करवाने की कार्ययोजना तैयार की है। इसके अन्तर्गत नगर के पड्डल, सौलीखड्ड के निचले क्षेत्र, पुल घराट, मँगवाईं में सड़क से निचले क्षेत्र, जेलरोड, लोअर पंजेठी, तुंगल कॉलोनी, लाल कोठी, पैलेस, क्षेत्रीय चिकित्सालय, खलियार, ढांगसीधार, पुरानी मण्डी, निचली भियूली के कुछेक क्षेत्र, अपर भियूली का समस्त क्षेत्र, गणपति मार्ग, सैण, मट्ट, लोअर नेला आदि स्थानों में आज जलापूर्ति बहाल कर दी गई है।
गत दिनों से अत्यधिक असामान्य वर्षा के फलस्वरूप ऊहल नदी आधारित बहाव पेयजल योजना मण्डी व ब्यास दरिया आधारित उठाऊ पेयजल योजना मण्डी पूर्णतया अवरुद्ध हुई थीं। इनमें से मण्डी नगर को जलापूर्ति करने वाली मुख्य बहाव पेयजल योजना के अन्तर्गत 450 एमएम व्यास की मुख्य पाइप लाइन “स्कोर” के पास पुनः भूमि धँसने की वजह से क्षतिग्रस्त हो गयी थी।
इसके अतिरिक्त रियागड़ी में जल आगमन संयंत्र में भारी मात्रा में गाद जमा होने के कारण जल निकासी बाधित हो चुकी थी। गत दिवस मुख्य पाइप लाइन को वेल्डिंग करके ठीक कर दिया गया था और पानी भी कांगनीधर पहुंच गया था, परंतु बारिश होने के कारण एवं भूमि धंसने के कारण पुनः यह पाइप लाइन क्षतिग्रस्त हो गई।
इसके अतिरिक्त ब्यास नदी आधारित उठाऊ पेयजल योजना मण्डी भी पंडोह बाँध से निरन्तर भारी मात्रा में गाद छोड़ने के कारण कार्यशील नहीं हो पाई है। उन्होंने इस विकट परिस्थिति में लोगों से पानी के ध्यानपूर्वक उपयोग के साथ ही सहयोग बनाए रखने की अपील की है।
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