में बे मौसमी सब्जियां उगा कर किसानों के लिए प्रेरणा स्रोत बने भनोता के संजीव कुमार 

चंबा विकासखंड  के ग्राम पंचायत भनोता  के गाँव ठुकरला के संजीव कुमार बे मौसमी सब्जियों का उत्पादन कर अपनी आर्थिकी को सुदृढ़ करने के साथ-साथ लोगों के लिए प्रेरणा स्रोत भी बने

Oct 25, 2023 - 13:43
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में बे मौसमी सब्जियां उगा कर किसानों के लिए प्रेरणा स्रोत बने भनोता के संजीव कुमार 

यंगवार्ता न्यूज़ - चंबा      25-10-2023

चंबा विकासखंड  के ग्राम पंचायत भनोता  के गाँव ठुकरला के संजीव कुमार बे मौसमी सब्जियों का उत्पादन कर अपनी आर्थिकी को सुदृढ़ करने के साथ-साथ लोगों के लिए प्रेरणा स्रोत भी बने हैं। संजीव कुमार माह अगस्त और सितंबर में तीन बीघा भूमि पर वे मौसमी सब्जी मटर, फ़्रांसबीन, गोभी, मूली ,बेंगन, ब्रोकली ,पालक की फसल तैयार कर बाजार में अच्छी कीमत पर सब्जियां बेच रहे हैं। 

इस कार्य में उनके साथ चार से पांच किसान और भी जुड़े हैं। भनौता के किसान संजीव कुमार का कहना है कि किसान  कृषि विभाग से बहुमूल्य जानकारी हासिल कर  लाभ ले सकते हैं बेशर्त जी जान तोड़ मेहनत करें तो  अपनी आर्थिकी को मजबूत कर सकते हैं।

संजीव कुमार ने बताया कि बे मौसमी सब्जियों के उत्पादन के लिए मुझे कृषि विभाग चंबा द्वारा प्रेरित किया गया विभाग के सहयोग एवं परामर्श से सभी प्राकृतिक संसाधनों के प्रयोग से यहां बेमौसमी सब्जियों के उत्पादन में बेहतरीन कार्य हुआ है और मुझे बेमौसमी सब्जियों के उन्नत किस्म के बीज भी कृषि विभाग द्वारा मुहैया करवाए गए। 

चंबा कृषि विभाग द्वारा मुझे 50 प्रतिशत अनुदान राशि पर ट्रैक्टर मुहैया करवाया गया है। उन्होंने यह भी कहा कि सिंचाई सुविधा न होने के कारण भू संरक्षण विभाग द्वारा पानी के टैंक के निर्माण के लिए 36 हजार की राशि उपलब्ध कराई गई,साथ में पावर ड्रिप उन्हें 80 प्रतिशत अनुदान राशि पर उपलब्ध हुआ जिससे वह आसानी से अपने खेतों की सिंचाई कर रहे हैं।

संजीव कुमार बताते हैं कि  बे मौसमी सब्जियों के उत्पादन मटर, फ़्रांसबीन, गोभी, मूली ,बेंगन, ब्रोकली ,पालक की फसल तैयार कर बिक्री कर रहे हैं।  देश व प्रदेश के अन्य क्षेत्रों के मुकाबले बे मौसमी होने के कारण, व्यापारी किसानों से खेतों में ही अच्छे दामों में  खरीद रहें हैं। 

इन बे मौसमी सब्जियों से लगभग 4 से 5 लाख वार्षिक आय  हो रही है इसके लिए उन्होंने कृषि विभाग तथा हिमाचल प्रदेश सरकार का धन्यवाद किया और कहा कि सरकार किसानों के लिए और भी  सुविधा सुविधाऐं व योजनाएं तथा उन्नत तकनीक  लेकर आएं जिससे किसान और अधिक समृद्धशाली  हो सके।

उपनिदेशक  कृषि विभाग ने डॉ कुलदीप धीमान ने कहा कि जिला चंबा की विविध जलवायु होने के कारण यहाँ वे मौसमी सब्जियों के उत्पादन की अधिक सम्भावनाएं मौजूद हैं।

उन्होंने कहा कि सूक्षम सिंचाई सुविधाएँ स्थापित करने के लिए पिछले दो वर्षों में निति आयोग से कृषि विभाग को लगभग 150 लाख की धनराशि भी प्राप्त हुई हैI जिन्हें कृषि आधारित विभिन्न गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए  व्यय किया जा रहा है |

भू संरक्षण अधिकारी चंबा डॉ . संजीव कुमार मन्हास ने कहा कि फब्बारा सिंचाई प्रणाली स्थापित करने के बाद पानी की बचत होती है इसलिए कम पानी से अधिक क्षेत्रफल में सिंचाई की जा रही है I दूसरा सिंचाई करने में समय की बचत होती है और सही मात्रा में फसल को पानी मिलाने से पैदावार में बढ़ोतरी हो रही है।

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