सराहनीय : बेटे की मौत के बाद लाल बहादुर शास्त्री मेडिकल कॉलेज को शोध के लिए दान किया शव
प्रदेश के जिला मंडी के बल्ह क्षेत्र में समाजसेवी दंपती ने उन्होंने अपने दिव्यांग बेटे की मौत के बाद उसका शव लाल बहादुर शास्त्री मेडिकल कॉलेज को शोध के लिए दान कर दिया
यंगवार्ता न्यूज़ - मंडी 29-10-2023
प्रदेश के जिला मंडी के बल्ह क्षेत्र में समाजसेवी दंपती ने उन्होंने अपने दिव्यांग बेटे की मौत के बाद उसका शव लाल बहादुर शास्त्री मेडिकल कॉलेज को शोध के लिए दान कर दिया है। पिता बलविंद्र जेबीटी शिक्षक हैं, जबकि माता मीनाक्षी गृहिणी हैं।
उनका कहना है कि बेटे के शरीर पर मेडिकल के प्रशिक्षुओं की ओर से जो शोध किया जाएगा, वह देश और दुनिया के लिए बहुत उपयोगी होगा। दरअसल लंबी बीमारी के बाद 16 वर्षीय दिव्यांग किशोर का निधन हो गया था। उनके माता-पिता ने रिश्तेदारों, सगे-संबंधियों के साथ बात करके शव दान करने का फैसला लिया।
मेडिकल कॉलेज के डॉ. प्रदीप कश्यप ने बताया कि बल्ह क्षेत्र के चढि़यारा गुटकर निवासी 16 वर्षीय दिव्यांग वंश कई दिनों से बीमार चल रहा था। बताया जा रहा है कि बीमारी के चलते शनिवार सुबह 8:40 बजे उसका लाल बहादुर शास्त्री मेडिकल कॉलेज में लाया गया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
उसके बाद उसके पिता बलविंद्र ने बेटे के शव को मेडिकल कॉलेज में अध्ययनरत प्रशिक्षुओं के लिए दिया है। मेडिकल कॉलेज एनाटॉमी विभाग के डॉ. प्रदीप कश्यप और डॉ. पंकज सोनी सहित स्टाफ सदस्यों ने इसके लिए मृत के परिजनों का आभार जताया है।
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