हिमाचल की खेल नीति में किया जाए बदलाव खिलाड़ियों ने सुक्खू सरकार से की मांग
एशियन गेम्स में भारत में बेहतरीन प्रदर्शन किया. भारत ने इस बार एशियाई गेम्स में 107 मेडल जीते. खास बात यह रही कि जब भारत ने मेडल की सेंचुरी लगाई , तब 100 वां मेडल भारतीय महिला कबड्डी टीम के नाम रहा। इस महिला कबड्डी टीम में हिमाचल प्रदेश की भी चार खिलाड़ी शामिल थी। कबड्डी एसोसिएशन ऑफ हिमाचल प्रदेश की ओर से आज इन महिला खिलाड़ियों का सम्मान किया गया
यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला 16-10-2023
एशियन गेम्स में भारत में बेहतरीन प्रदर्शन किया. भारत ने इस बार एशियाई गेम्स में 107 मेडल जीते. खास बात यह रही कि जब भारत ने मेडल की सेंचुरी लगाई , तब 100 वां मेडल भारतीय महिला कबड्डी टीम के नाम रहा। इस महिला कबड्डी टीम में हिमाचल प्रदेश की भी चार खिलाड़ी शामिल थी। कबड्डी एसोसिएशन ऑफ हिमाचल प्रदेश की ओर से आज इन महिला खिलाड़ियों का सम्मान किया गया। कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू शामिल हुए।
मीडिया से बातचीत के दौरान इन महिला खिलाड़ियों ने सरकार से खेल नीति में बदलाव करने की मांग उठाई है। एशियन गेम्स में मेडल जीतने वाली महिला खिलाड़ियों ने कहा कि उन्हें मेडल जीतने की बेहद खुशी है, लेकिन वह हिमाचल प्रदेश सरकार से चाहती है कि सरकार खेल नीति में बदलाव करें. मेडल जीतने वाले खिलाड़ियों को सरकार की ओर से केवल 15-15 लाख रुपए की पुरस्कार राशि दी जाती है, जबकि पड़ोसी राज्य हरियाणा में यह पुरस्कार राशि 3 करोड़ रुपए तक है।
राजस्थान में भी मेडल जीतने वाले खिलाड़ियों को एक करोड़ रुपए की प्रोत्साहन राशि दी जाती है। इसके अलावा हिमाचल प्रदेश सरकार मेडल जीतने वाले खिलाड़ियों को ग्रेड सी की नौकरी देती है। खिलाड़ी चाहे एक मेडल जीते या फिर दस , हर खिलाड़ी को ग्रेड सी की नौकरी की ऑफर की जाती है। ऐसे में सरकार को अपनी खेल नीति में बदलाव करने की आवश्यकता है। उन्होंने सरकार से मांग उठाई है कि सरकार खेल नीति में बदलाव करें और इन खिलाड़ियों के सम्मान के बारे में भी सोचे। मौजूदा वक्त में यह सभी खिलाड़ी दूसरे राज्यों में नौकरी कर रही हैं।
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