शिकार करते समय साथी को लगी गोली , सबूत मिटाने को मृतक का सिर काटकर मिट्टी के गाड़ा

देवभूमि हिमाचल में एक बार फिर मानवता को शर्मसार करने वाला मामला सामने आया है। प्रदेश के सोलन जिला में शिकार खेलने एक साथ निकले तीन साथियों में से जब एक की गोली लगने से मौत हो गई तो अन्य दो साथियों ने मानवता की सारी हदें ही लांग दी। इन दोनों ने गोली लगने से मारे गए साथी की लाश का सिर धड़ से अलग कर अलग कर दिया। दरिंदगी की हदें यही नहीं रुकी आरोपियों ने सिर को जंगल में फेंक दिया और धड़ को दूसरे स्थान पर आग के हवाले कर दिया।

Jan 25, 2025 - 18:45
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शिकार करते समय साथी को लगी गोली , सबूत मिटाने को मृतक का सिर काटकर मिट्टी के गाड़ा

 

यंगवार्ता न्यूज़ - सोलन  25-01-2025

देवभूमि हिमाचल में एक बार फिर मानवता को शर्मसार करने वाला मामला सामने आया है। प्रदेश के सोलन जिला में शिकार खेलने एक साथ निकले तीन साथियों में से जब एक की गोली लगने से मौत हो गई तो अन्य दो साथियों ने मानवता की सारी हदें ही लांग दी। इन दोनों ने गोली लगने से मारे गए साथी की लाश का सिर धड़ से अलग कर अलग कर दिया। दरिंदगी की हदें यही नहीं रुकी आरोपियों ने सिर को जंगल में फेंक दिया और धड़ को दूसरे स्थान पर आग के हवाले कर दिया। यह घटना सोलन थाना में दर्ज हुई है। पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। इस दौरान मृतक व्यक्ति का कटा हुआ सिर भी बरामद कर लिया है। दोनों आरोपियों ने अपना गुनाह भी कबूल कर लिया है। 
पुलिस को दी शिकायत में यशपाल निवासी सपरून, तहसील व जिला सोलन ने पुलिस को बताया कि उनके साले 38 साल के सोमदत्त उर्फ सोनू गांव पलहेच, डाकघर नारंग, तहसील पच्छाद , जिला सिरमौर का रहने वाला है। वह 18 जनवरी 2025 को उनकी बीमार पत्नी की देखभाल के लिए उनके घर आया था और गत  21 जनवरी को लकड़ियां लाने के बहाने जंगल की ओर गया , लेकिन फिर वापस ही नहीं लौटा। इसी दिन शाम को सोमदत्त ने यशपाल की बेटी को फोन करके बताया था कि वह थोड़ी देर में लौट आएंगे। इसके बाद से सोमदत्त का फोन बंद हो गया। जब काफी देर तक सोनू घर नहीं लौटे तो उनके परिवारजनों ने जंगल में खोजबीन की, परंतु सफलता नहीं मिली। 23 जनवरी को यशपाल ने पुलिस थाना सदर सोलन में गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई। 
शिकायत पर पुलिस ने तत्परता से कार्रवाई करते हुए पूछताछ की तो फिर यह खुलासा हुआ कि सोनू 21 जनवरी 2025 की शाम दो अन्य व्यक्तियों के साथ जंगल में गया था। सोमदत्त के साथ जाने वाले दोनों साथियों की पहचान भुट्टो राम और संदीप उर्फ अजय निवासी सुल्तानपुर के रूप में हुई। सोमदत्त उर्फ सोनू को भी पड़ोसी की बंदूक लेकर जंगल की ओर जाते देखा गया था। शिकायतकर्ता ने आशंका जताई कि भुट्टो और संदीप ने मिलकर उनके साले की हत्या कर दी। पुलिस ने दोनों संदिग्धों की टावर लोकेशन का विश्लेषण किया और उन्हें ट्रेस कर गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में पता चला कि भुट्टो राम और संदीप जंगल में शिकार करने गए थे। उन्होंने अपनी-अपनी गाड़ियां सड़क किनारे खड़ी कर दी थीं। उसी दौरान सोमदत्त उर्फ सोनू भी शिकार के लिए उसी जंगल में मौजूद थे। शिकार के दौरान संदीप ने गलती से गोली चला दी जो सोमदत्त के सिर पर लगी और मौके पर ही उसकी मृत्यु हो गई। 
इस घटना को छिपाने के लिए दोनों आरोपियों ने मृतक के शव को प्लास्टिक की बोरी में डाला और सिरमौर जिले के वासनी जंगल में एक गुफा में ले जाकर उसकी गर्दन धड़ से अलग कर दी। धड़ को आग लगा दी गई और सिर को सुल्तानपुर के जंगल में दफन कर दिया गया। पुलिस ने फॉरेंसिक टीम के साथ वासनी और सुल्तानपुर जंगल में उन स्थानों की पहचान कर ली है, जहां शव के हिस्सों को छिपाया गया था। संदीप की निशानदेही पर मृतक की बंदूक बरामद कर ली गई है। आरोपियों ने अपराध स्वीकार कर लिया है। घटनास्थल से जुड़ी बंदूक (12 बोर) और जीवित कारतूस जब्त किए गए हैं। संदीप और भुट्टो को गिरफ्तार कर लिया गया है। दोनों आरोपियों को न्यायालय में पेश किया गया है। मृतक की पहचान फॉरेंसिक जांच और अन्य तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर जांच की जा रही है। 

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