हिमाचली कृषक उत्पादक संगठनों के किसान भी अब बन सकेंगे कृषि-इनपुट विक्रेता , अरावली ने करवाई ट्रेनिंग 

कृषि विज्ञान केंद्र सिरमौर में हिमाचल के कृषक उत्पादक संगठनों के किसानों के लिए 17 नवंबर से आयोजित किया जा रहा 15  दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आज 1 दिसंबर को सम्पन्न हो गया जिसमें हिमाचल के कृषक उत्पादक संगठनों के किसान सदस्यों ने भाग लिया और कृषि संबंधित विभिन्न पहलुओं से संबंधित गहन जानकारी प्राप्त की। इस प्रशिक्षण शिविर में विभिन्न विषयों के कृषि एवं उद्यान विशेषज्ञों और अधिकारियों ने प्रतिभागी किसानों के साथ लगातार 15 दिनों तक गहन चिंतन एवं विचार विमर्श किया

Dec 1, 2025 - 20:07
Dec 1, 2025 - 20:27
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हिमाचली कृषक उत्पादक संगठनों के किसान भी अब बन सकेंगे कृषि-इनपुट विक्रेता , अरावली ने करवाई ट्रेनिंग 

 

यंगवार्ता न्यूज़ - पांवटा साहिब  01-12-2025

कृषि विज्ञान केंद्र सिरमौर में हिमाचल के कृषक उत्पादक संगठनों के किसानों के लिए 17 नवंबर से आयोजित किया जा रहा 15  दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आज 1 दिसंबर को सम्पन्न हो गया जिसमें हिमाचल के कृषक उत्पादक संगठनों के किसान सदस्यों ने भाग लिया और कृषि संबंधित विभिन्न पहलुओं से संबंधित गहन जानकारी प्राप्त की। इस प्रशिक्षण शिविर में विभिन्न विषयों के कृषि एवं उद्यान विशेषज्ञों और अधिकारियों ने प्रतिभागी किसानों के साथ लगातार 15 दिनों तक गहन चिंतन एवं विचार विमर्श किया और उन्हें कृषि कार्यों में उन्नत आधुनिक वैज्ञानिक तकनीकों , उर्वरक, बीज एवं कृषि रसायनों से संबंधित स्थापित नियमों और निर्देशों के विषय में विस्तृत जानकारी दी। 
इस तरह का व्यावसायिक दृष्टिकोण आधारित प्रशिक्षण शिविर किसान उत्पादक संगठनों के सदस्य किसानों को रोजगार उपलब्ध करवाने के साथ ही हिमाचल के दूरदराज के क्षेत्रों में भी कृषि संबंधी आवश्यक इनपुट्स को और अधिक सुलभ बनाएगा जिससे प्रदेश की आर्थिकी तो मजबूत होगी ही वहीं कृषि से संबंधित आवश्यक जानकारी और अन्य सेवाएं भी किसानों तक आसानी से पहुंच पाएगी क्योंकि उन्हीं के बीच का किसान अब  कृषि इनपुट विक्रेता बन कर उन तक यह सभी जानकारियां पहुंचाने के लिए प्रशिक्षित हो चुका है। कृषि विज्ञान केंद्र, सिरमौर के प्रभारी एवं प्रधान वैज्ञानिक डॉ. पंकज मित्तल के अनुसार लंबी अवधि के ऐसे आवासीय प्रशिक्षण शिविर का आयोजन डॉ. परवेंद्र श्योरान जो कि भाकृअनुप के लुधियाना स्थित कृषि प्रौद्योगिकी अनुप्रयोग अनुसंधान संस्थान,जोन-1 के निदेशक हैं, द्वारा किसानों की आवासीय सुविधा ( किसान भवन ) के जीर्णोद्धार के लिए उपलब्ध करवाई गई। 
वित्तीय सहायता और विश्वविद्यालय प्रशासन के सहयोग के द्वारा ही संभव  हो पाया है, क्योंकि पिछले काफी समय से किसान भवन जीर्णशीन अवस्था में था। इस प्रशिक्षण शिविर में हिमाचल के नौ जिलों कांगड़ा, मंडी, हमीरपुर, ऊना, बिलासपुर, शिमला, कुल्लू, सोलन और सिरमौर के 27 कृषक उत्पादक संगठनों के 31 किसानों ने भाग लिया और इस प्रशिक्षण शिविर को जिला सिरमौर में आयोजित करवाने के सूत्रधार रहे अरावली संस्था के निदेशक यशपाल शर्मा रहे। 

इस शिविर का आगाज आत्मा परियोजना के निदेशक डॉ. साहब सिंह ने 17 नवंबर को किया था और 1 दिसंबर को शिविर के समापन के अवसर पर कृषि उपनिदेशक डॉ. राजकुमार, आत्मा परियोजना के निदेशक डॉ. साहब सिंह के साथ साथ कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक डॉ. शिवाली धीमान, श्रीमती संगीता अत्री और अन्य कृषि अधिकारी भी उपस्थित रहे। प्रतिभागी किसानों को प्रशिक्षण कार्यक्रम पूरा करने के प्रमाण पत्र दिए गए जिसके आधार पर वह संबंधित जिलों में उर्वरक, बीज एवं कृषि रसायन के विक्रेता के लिए लाइसेंस प्राप्त करने के लिए आवेदन कर पाएंगे।

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