अरनी विश्वविद्यालय के चांसलर और एसडीएम की ऑडियो मामले की जांच करवाए सरकार : जयराम ठाकुर

अरनी विश्वविद्यालय के चांसलर के साथ हुई घटन और उसके बाद हुए विवाद से साफ़ है कि कि प्रदेश में क़ानून का राज नहीं चल रहा है। इस पूरे मामले में सत्ताधारी दल के विधायक और प्रशासन के लोगों की मिलीभगत की बात सामने आना भी शर्म की बात है। उन्होंने कहा कि छात्रों के साथ किसी प्रकार का अन्याय न हो अतः इस पूरे प्रकरण की निष्पक्षता से जांच हो। अख़बारों में एक अधिकारी और यूनिवर्सिटी के चांसलर के साथ हुई बातचीत के अंश छपे हैं। इस पूरे प्रकरण की जांच होनी चाहिए

Jan 3, 2024 - 19:22
 0  9
अरनी विश्वविद्यालय के चांसलर और एसडीएम की ऑडियो मामले की जांच करवाए सरकार : जयराम ठाकुर

यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला  03-01-2024
अरनी विश्वविद्यालय के चांसलर के साथ हुई घटन और उसके बाद हुए विवाद से साफ़ है कि कि प्रदेश में क़ानून का राज नहीं चल रहा है। इस पूरे मामले में सत्ताधारी दल के विधायक और प्रशासन के लोगों की मिलीभगत की बात सामने आना भी शर्म की बात है। उन्होंने कहा कि छात्रों के साथ किसी प्रकार का अन्याय न हो अतः इस पूरे प्रकरण की निष्पक्षता से जांच हो। अख़बारों में एक अधिकारी और यूनिवर्सिटी के चांसलर के साथ हुई बातचीत के अंश छपे हैं। इस पूरे प्रकरण की जांच होनी चाहिए। 
यह हिमाचल प्रदेश की छवि का मामला है। पूर्व  मुख्यमंत्री ने सीएम से आग्रह किया वह इस मामले में स्वयं दखल दें और न्याय सुनिश्चित करें। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि सत्ता के संरक्षण में रह रहे लोगों को यह भूलना नहीं चाहिए कि इस देश में चीजें नियम-कानून से चलती हैं। यूनिवर्सिटी भी नियम कानून और मानदंडों से ही चलें।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि एक तरफ़ मुख्यमंत्री प्रदेश में निवेश लाने के लिए दुबई की यात्रा कर रहे हैं दूसरी तरफ़ कानून व्यवस्था की स्थिति ख़राब हो रही है। यह प्रदेश के लिए किसी भी प्रकार से अच्छी बात नहीं है। सरकार को ऐसे मनबढ़ लोगों पर नियंत्रण लगाना होगा। जो प्रदेश और सरकार के लिए भी संकट खड़ा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह मामला बेहद गंभीर है। 
अतः इस मामले की गंभीरता से जांच करवाई जानी चाहिए और जो भी दोषी हो उसे बख्शा नहीं जाना चाहिए। उन्होंने कहा सत्ता शरीफ़ शहरियों की सुरक्षा के लिए होती है माफिया को संरक्षण देने के लिए नहीं। जयराम ठाकुर ने कहा कि इस तरह माफिया का ताकतवर होना न तो प्रदेश के वर्तमान के लिए अच्छा है और न ही भविष्य के लिए। 
मुख्यमंत्री को कानून-व्यवस्था की भी परवाह करनी चाहिए। यदि इस तरह से सत्ता का दुरुपयोग करके लोगों को डरा , धमका कर काम करवाने की परंपरा ठीक नहीं है। इससे प्रदेश की छवि खराब होगी और निवेशक प्रदेश से दूरी बना लेंगे। जिससे प्रदेश की आर्थिकी को भारी नुकसान होगा।

What's Your Reaction?

like

dislike

love

funny

angry

sad

wow