आपदा प्रभावितों को समय पर मिले मुआवजा : जगत सिंह नेगी

नाहन विधानसभा क्षेत्र की नावनी जमटा ग्राम पंचायत में आज सरकार गांव के द्वार कार्यक्रम का आयोजन किया गया। राजस्व, बागवानी व जनजातीय विकास मंत्री जगत सिंह नेगी ने कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की

Feb 4, 2024 - 19:18
Feb 4, 2024 - 19:27
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आपदा प्रभावितों को समय पर मिले मुआवजा : जगत सिंह नेगी

यंगवार्ता न्यूज़ - नाहन      04-02-2024

नाहन विधानसभा क्षेत्र की नावनी जमटा ग्राम पंचायत में आज सरकार गांव के द्वार कार्यक्रम का आयोजन किया गया। राजस्व, बागवानी व जनजातीय विकास मंत्री जगत सिंह नेगी ने कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की। इस दौरान विभिन्न ग्राम पंचायतों से आए लोगों ने मंत्री के समक्ष कुल 113 आवेदन प्रस्तुत किए जिनमें 80 मांगे व 33 समस्याएं थी। 45 मांगों व समस्याओं का मौके पर निराकरण किया गया, जबकि शेष को संबंधित विभागों को समयबद्ध निवारण के लिए अग्रेषित किया गया।

जगत सिंह नेगी ने कहा कि सरकार गांव के द्वार कार्यक्रम प्रदेश के लोगों को उनकी समस्याओं का समाधान घर द्वार के समीप करने का एक बेहतर माध्यम हैं जहां आम लोगों का सरकार से सीधा संवाद स्थापित होता है। कार्यक्रम के माध्यम से सरकार को आम जनमानस को मिल रहा सरकारी योजनाओं के लाभ की स्टीक फीडबैक भी प्राप्त होती है। 

उन्होंने कहा कि सुदूर गांव के लोगों को जब अपने छोटे-छोटे कार्यों को करवाने के लिये जिला अथवा उपमण्डल मुख्यालयों में जाना पड़ता है, तो उनका समय और धन बर्बाद होता है। कई बार उनका काम न होने से लोगों में एक निराशा का भी माहौल उत्पन्न होता है। इन सभी पहलूओं को ध्यान में रखते हुए आम लोगों को न्याय प्रदान करने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने इस महत्वाकांक्षी कार्यक्रम की शुरूआत की है। 

राजस्व मंत्री ने कहा कि सरकार गांव के द्वार कार्यक्रमों में बहुत से मामले राहत राशि प्रदान करने के आ रहे हैैं। उन्होंने जिला प्रशासन को निर्देश दिए कि राहत राशि प्रदान करने में किसी प्रकार का विलंब नहीं होना चाहिए। सरकार के पास आपदा प्रभावित लोगों को राहत पहुंचाने के लिये धन की कोई कमी नहीं है। 

उन्होंने कहा कि 4500 करोड़ रुपये का विशेष राहत पैकेज आपदा प्रभावित परिवारों को प्रदान करने के लिये जारी किया गया है। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार ने हिमाचल प्रदेश के हितों की अनदेखी की है। अगस्त माह में केवल 200 रुपये की राशि आपदा के नाम पर दी थी और दूसरी बार 446 करोड़ की राशि जारी की जो नाममात्र की थी। हिमाचल प्रदेश में लगभग 500 लोगों ने बहुमूल्य जिंदगियां गवाई। 

सरकारी व निजी परिसम्पतियों को 12000 करोउ़ रुपये का नुकसान पहुंचा। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने आपदा के दौरान जिस साहस के साथ जनजातीय जिलों में बर्फ में फंसे सैकड़ो सैलानियों को सुरक्षित निकाला, उसकी सराहना अंतर्राष्ट्रीय स्तर की की गई।
    
जगत सिंह नेगी ने कहा कि हमारी सरकार ने राहत मैनुअल में संशोधन करके मुआवजा राशि को कई गुणा बढ़ाया। मकान बनाने के लिए मुआवजा 1.30 लाख रुपए से बढ़ाकर 7 लख रुपए किया गया है। राहत मैनुअल में इतना बड़ा बदलाव पहले कभी नहीं किया गया। हमारी सरकार ने पहले ही कैबिनेट में कर्मचारियों की पुरानी पेंशन को बहाल किया और इसके लिए पहले ही बजट में 1000 करोड़ का प्रावधान किया।

उपायुक्त सिरमौर, सुमित खिमटा, पुलिस अधीक्षक रमण कुमार मीणा, एसडीएम रजनेश, ब्लाॅक कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष ज्ञान चैधरी, कांग्रेस पार्टी के पदाधिकारी,  तथा पंचायती राज संस्थाओं के प्रतिनिधियों सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी व आम लोग कार्यक्रम में उपस्थित रहे।

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