यंगवार्ता न्यूज़ - देहरादून 23-11-2023
ड्रिलिंग के दौरान लंबे पाइप के दबाव से मशीन अपनी जगह से हिल गई है। अभी मशीन का बेस मजबूत किया जा रहा है। आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक फिलहाल मशीन के सामने कोई बाधा नहीं। ऐसे में रात 12 बजे तक राहत भरी खबर आ सकती है। रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान सीएम पुष्कर सिंह धामी के ग्राउंड जीरो पर होने के कारण देहरादून स्थित मुख्यमंत्री कार्यालय में आज शाम होने वाले इगास के कार्यक्रम को फिलहाल स्थगित कर दिया गया है। रेस्क्यू ऑपरेशन के मद्देनजर मातली में अस्थाई रूप से मुख्यमंत्री कैंप कार्यालय बनाया गया है। रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान शासकीय कार्य भी प्रभावित न हों और इस ऑपेरशन की बेहतर तरह से मॉनिटरिंग के मद्देनजर यह अस्थाई कैंप कार्यालय स्थापित किया गया है।
राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के सदस्य लेफ्टिनेंट जनरल सैयद अता हसनैन ने कहा कि यह चुनौतीपूर्ण काम है। यह उम्मीद करते रहना कि अगले दो घंटों में बचाव हो जाएगा, इससे दबाव पड़ता है। यह गलत है। इस स्थिति में, फंसे हुए कर्मचारी और बचाव दल दोनों खतरे में हैं। हमें दोनों की सुरक्षा का ध्यान रखना होगा। सुरंग में फंसे मजदूरों को बाहर निकालने के लिए अभी 10 से 12 मीटर ड्रिलिंग शेष है। जिसके लिए छह-छह मीटर के दो पाइप डाले जाने हैं। हालांकि अभी ऑगर मशीन बंद की गई है।
जिससे जल्द शुरू होने की उम्मीद है। श्रमिकों को बचाने के लिए सिल्क्यारा सुरंग के अंदर बिछाई गई पाइप लाइन के अंदर का दिख दृश्य।मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सुरंग में फंसे मजदूरों से बात की। उन्होंने अंदर फंसे श्रमिक गबर सिंह से फोन पर बात कर उनका हौसला बढ़ाया। बताया कि उन्हें पूरी तरह सुरक्षित बाहर लाने के लिए यहां पूरी टीम कोशिश कर रही है। सीएम ने श्रमिकों के स्वास्थ्य का हाल पूछते हुए कहा कि बस अब कुछ देर और अपना हौसला बनए रखें। किसी भी तरह की चिंता न करें। ऑपरेशन सिलक्यारा पूरे जोर शोर के साथ आगे बढ़ रहा है। हालांकि अधिकारी अब फूंक-फूंक कर कदम उठा रहे हैं।
ड्रिलिंग के दौरान कई बार मशीन में कंपन तेज होने लगी, जिसके चलते मशीन को रोका गया, फिर चेक किया गया। ऐसे में कई खतरे की घंटी महसूस होने लगी। अभी तक अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार अगर कोई बड़ी बाधा सामने नहीं आती है तो आज रात तक ऑपरेशन सिलक्यारा को सफलतापूर्वक अंजाम दे दिया जाएगा। सुरंग में फंसे मजदूरों को बाहर निकालने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन में केंद्र व राज्य सरकार की 19 एजेंसियां जुटी हैं। जिनके बीच समन्वय के लिए केंद्र व राज्य के कई बड़े अधिकारी भी सिलक्यारा में डेरा डाले हुए हैं।