विधानसभा का मानसून सत्र  : कानून व्यवस्था पर चर्चा न मिलने से विपक्ष का सदन से वॉकआउट

हिमाचल प्रदेश विधानसभा का मानसून सत्र मंगलवार को शुरू हुआ। लेकिन सत्र के पहले ही दिन सदन में हंगामा हुआ और विपक्ष ने वाकआउट किया। 10 दिन चलने वाले सत्र के दौरान सदन में सड़क-पुलों, आपदा, अपराध, नशा, स्कूलों के विलय जैसे कई विषयों पर सत्ता पक्ष और विपक्ष में घमासान होने के आसार

Aug 27, 2024 - 12:55
Aug 27, 2024 - 12:57
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विधानसभा का मानसून सत्र  : कानून व्यवस्था पर चर्चा न मिलने से विपक्ष का सदन से वॉकआउट

यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला   27-08-2024

हिमाचल प्रदेश विधानसभा का मानसून सत्र मंगलवार को शुरू हुआ। लेकिन सत्र के पहले ही दिन सदन में हंगामा हुआ और विपक्ष ने वाकआउट किया। 10 दिन चलने वाले सत्र के दौरान सदन में सड़क-पुलों, आपदा, अपराध, नशा, स्कूलों के विलय जैसे कई विषयों पर सत्ता पक्ष और विपक्ष में घमासान होने के आसार हैं।  

मानसून सत्र में 936 प्रश्न उठेंगे। इनमें से 640 तारांकित होंगे, जिन्हें मुख्यमंत्री और मंत्रियों के मौखिक जवाब के लिए भेजा गया है। 296 प्रश्न अतारांकित होंगे, जिनके उत्तर लिखित में दिए जाएंगे। पहले दिन की बैठक शुरू होने से पहले सदन में मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सूक्खू ने नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर से हाथ मिलाकर उनका अभिवादन किया। वह विपक्ष के अन्य सदस्यों से भी उनके पास जाकर मिले।

राज्य विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने विपक्ष और सत्तापक्ष के सदस्यों से सदन की कार्यवाही के संचालन में सहयोग की अपील की। हिमाचल प्रदेश विधानसभा में पहले दिन की बैठक की शुरुआत राष्ट्रगान से हुई। इसके बाद पूर्व विधायकों टेक चंद, नारायण सिंह स्वामी और दौलतराम चौधरी के निधन पर शोकोद्गार हुआ। 

मुख्यमंत्री ने शोकोद्गार प्रस्ताव रखा। उन्होंने तीनों के योगदान को याद करते हुए वक्तव्य दिया। इसके बाद नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने भी शोकोद्गार वक्तव्य दिया। जयराम के बाद मंत्री राजेश धर्माणी ने शोकोद्गार वक्तव्य दिया। शोकोद्गार खत्म होते ही सदन में हंगामा शुरू हो गया। इसके बाद विपक्षी सदस्य नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर की अगुवाई में नारेबाजी करते हुए सदन से बाहर चले गए। 

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