बर्फबारी से पहले चकाचक होगी प्रदेश की सडक़ें, लोक निर्माण विभाग ने 2000 किलोमीटर का रखा लक्ष्य
बर्फबारी से पहले पीडब्ल्यूडी ने सडक़ों की मरम्मत का टारगेट तय कर दिया है। विभाग ने 2000 किलोमीटर का लक्ष्य रखा है और इसमें 1400 किलोमीटर सडक़ों की मरम्मत होगी, जबकि 600 किलोमीटर सडक़ों की टायरिंग की जाएगी
यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला 10-10-2023
बर्फबारी से पहले पीडब्ल्यूडी ने सडक़ों की मरम्मत का टारगेट तय कर दिया है। विभाग ने 2000 किलोमीटर का लक्ष्य रखा है और इसमें 1400 किलोमीटर सडक़ों की मरम्मत होगी, जबकि 600 किलोमीटर सडक़ों की टायरिंग की जाएगी।
बरसात के बाद विभाग ने फील्ड के अधिकारियों को तय लक्ष्य को हासिल करने के आदेश दिए है। इन आदेशों के बाद विभाग ने अभी तक 40 फीसदी लक्ष्य को हासिल कर लिया। गौरतलब है कि बरसात की वजह से पीडब्ल्यूडी को भारी क्षति का समना करना पड़ा है।
विभाग को सबसे ज्यादा नुकसान का सामना करना पड़ा है। विभाग की करीब डेढ़ हजार सडक़ें और 116 पुल बरसात में प्रभावित हुए है। इनमें से 19 पुल पूरी तरह से धराशायी हो गए थे। जगह-जगह सडक़ें उखड़ गई थी या भूस्खलन की भेंट चढ़ गई है। पीडब्ल्यूडी को इस पूरे सीजन में अब तब करीब 2949 करोड़ रुपए का भारी-भरकम नुकसान हुआ है।
इस नुकसान के संबंध में विभाग ने विस्तृत रिपोर्ट केंद्र और राज्य सरकार को भेजी है, लेकिन अब बरसात की इस तबाही से बाहर आने को विभाग ने कदम उठाने शुरू कर दिए है और इस कड़ी में सडक़ों की रिपेयर और टायरिंग का लक्ष्य तय किया है। हिमाचल में नवंबर के आखिरी हफ्ते से ज्यादातर हिस्सों में बर्फबारी शुरू हो जाती है।
ऐसे में विभाग अब आगामी दो महीने में विभाग 2000 किलोमीटर के तय लक्ष्य को हासिल कर लेगा। पीडब्ल्यूडी प्रमुख अभियंता अजय गुप्ता ने बताया कि बर्फबारी से पहले विभाग सडक़ों को दुरुस्त करेगा। इस बार दो हजार किलोमीटर का लक्ष्य तय किया है और इसके लिए बजट का प्रावधान भी कर लिया है।
बरसात में सडक़ों को हुए नुकसान की भरपाई इस दौरान की जाएगी। बारिश की वजह से सडक़ों में पड़े गड्ढे भरने और टायरिंग से मरम्मत का प्रयास किया जाएगा। बर्फबारी के दौरान लोगों का सफर आरामदायक होगा।
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