हिमाचल को कर्ज मुक्त बना सकता है यूरेनियम , प्रदेश में करीब 784 टन यूरेनियम ऑक्साइड का भण्डार

  केंद्र का सहयोग मिले तो प्रदेश में किया जा सकता है यूरेनियम का वैज्ञानिक दोहन , हिमाचल के ऊना , हमीरपुर , शिमला और मंडी में है यूरेनियम के भंडार  प्रदेश में करीब 784 टन यूरेनियम ऑक्साइड का अनुमान , 3 करोड़ रुपए प्रति किलोग्राम के हिसाब से बिकता है यूरेनियम 

Jul 28, 2024 - 18:14
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हिमाचल को कर्ज मुक्त बना सकता है यूरेनियम , प्रदेश में करीब 784 टन यूरेनियम ऑक्साइड का भण्डार
यंगवार्ता डेस्क  - नाहन  28-07-2024
यदि हिमाचल प्रदेश सरकार और केंद्र सरकार यूरेनियम का वैज्ञानिक दोहन शुरू करें तो हिमाचल न केवल कर्ज मुक्त हो जायेगा , बल्कि आर्थिक रूप से भी साधन संपन्न हो सकता है। हिमाचल प्रदेश के चार जिलों के पास इतना यूरेनियम है कि हिमाचल आर्थिक रूप से देश के विकसित राज्यों में शुमार हो सकता है। जानकारी के मुताबिक हिमाचल प्रदेश के चार जिलों ऊना , हमीरपुर , शिमला और मंडी में यूरेनियम के भंडार है। बताते हैं कि हिमाचल प्रदेश के ऊना जिला के राजपुर में करीब 264 टन , शिमला जिला के कशा कलाड़ी में 200 टन , जबकि मंडी जिला के तलेली में 220 टन यूरेनियम ऑक्साइड का भंडार है। प्राकृतिक सम्पदा का अथाह भंडार होने के बावजूद अभी तक हिमाचल प्रदेश में यूरेनियम का दोहन आरंभ नहीं हुआ है। 
यदि हिमाचल प्रदेश में पाए जाने वाले यूरेनियम का वैज्ञानिक दोहन किया जाए और यूरेनियम के उपचार का संयंत्र प्रदेश में ही लगाया जाए तो हिमाचल प्रदेश का आर्थिक रूप से संपन्न होगा। वही इस उद्योग में हिमाचल प्रदेश के हजारों युवाओं को रोजगार भी मिलेगा। हिमाचल प्रदेश में पाए जाने वाले यूरेनियम को लेकर हिमाचल प्रदेश के राज्यसभा सांसद सिकंदर कुमार ने शनिवार को देश की संसद में भी यह सवाल पूछा था कि हिमाचल प्रदेश के चार जिलों हमीरपुर , ऊना , शिमला और मंडी में यूरेनियम पाया गया है , लेकिन इसके दोहन को लेकर केंद्र सरकार ने क्या कोई योजना बनाई है। सवाल के जवाब में देश के कार्मिक लोक , शिकायत , पेंशन एवं प्रधानमंत्री कार्यालय के राज्य राज्य मंत्री जितेंद्र कुमार ने बताया कि हिमाचल प्रदेश के चार जिलों में यूरेनियम पाया गया है। जितेंद्र कुमार ने कहा कि हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर , ऊना , मंडी और शिमला में कई स्थानों पर यूरेनियम के भंडार पाए गए हैं। 
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की ओर से हिमाचल की यूरेनियम उपचार संयंत्र स्थापित करने संबंधी अभी तक कोई भी योजना अमल में नहीं लाई गई है। जितेंद्र कुमार ने बताया कि परमाणु ऊर्जा विभाग की एक संगठक इकाई परमाणु खनिज अन्वेषण एवं अनुसंधान निदेशालय ने हाल ही में हिमाचल प्रदेश का निरीक्षण किया है जिसमें हमीरपुर जिला के मकान में यूरेनियम की सतह का पता चला है। राज्यमंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने बताया कि परमाणु ऊर्जा विभाग की एक संघटक इकाई, परमाणु खनिज अन्वेषण और अनुसंधान निदेशालय ने हाल ही में हिमाचल प्रदेश में प्रारंभिक निरीक्षण किया है, जिससे हमीरपुर जिले के मसानबाल में सतह यूरेनियम का पता चला है। आपको बता दें कि यदि हिमाचल प्रदेश में पाए जाने वाले यूरेनियम का दोहन होता है तो हिमाचल आर्थिक रूप से संपन्न होगा। 
अंतरराष्ट्रीय मार्केट में यूरेनियम के एक किलोग्राम की कीमत करीब 3 करोड़ रुपए के आसपास बताई जाती है। यदि हिमाचल प्रदेश में पाए जाने वाले 784 टन यूरेनियम ऑक्साइड का दोहन होता है तो हिमाचल प्रदेश को करीब 235 लाख करोड़ रुपए के आमदनी होगी या यूं कहे कि हिमाचल प्रदेश देश के समृद्ध राज्यों में शामिल होगा , क्योंकि 235 लाख करोड़ रुपए का यूरेनियम हिमाचल जैसे छोटे राज्य में पाया जाना अपने आप में एक बड़ी उपलब्धि है , लेकिन इसका अभी तक प्राकृतिक दोहन नहीं हो पाया है। आपको बता दें कि यूरेनियम ऑक्साइड जहां परमाणु बम में इस्तेमाल किया जाता है , वहीं इससे विद्युत उत्पादन भी किया जाता है। एक किलोग्राम यूरेनियम से करीब 24 मिलियन किलोवाट बिजली का उत्पादन होता है। 

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