हिमालयन ग्रुप में विकसित भारत-2047 के तहत आयोजित कार्यक्रम में छात्रों को दी अहम जानकारी 

शिक्षा मंत्रालय भारत सरकार और एआईसीटीई के दिशानिर्देशों के अनुसार हिमालयन ग्रुप द्वारा 20 फरवरी 2024 को विकसित भारत - 2047 की आधारशिला और अमृत काल विमर्श पर एक कार्यक्रम आयोजित किया गया था। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि एवं मुख्य वक्ता के रूप में अजय कुमार गोदारा को आमंत्रित किया गया था। अजय गोदारा चंडीगढ़ में नवाचार और कौशल विकास के अग्रणी केंद्र , एनोवेट स्किल के संस्थापक और निदेशक हैं

Feb 20, 2024 - 19:45
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हिमालयन ग्रुप में विकसित भारत-2047 के तहत आयोजित कार्यक्रम में छात्रों को दी अहम जानकारी 
 
यंगवार्ता न्यूज़ - नाहन  20-02-2024
शिक्षा मंत्रालय भारत सरकार और एआईसीटीई के दिशानिर्देशों के अनुसार हिमालयन ग्रुप द्वारा 20 फरवरी 2024 को विकसित भारत - 2047 की आधारशिला और अमृत काल विमर्श पर एक कार्यक्रम आयोजित किया गया था। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि एवं मुख्य वक्ता के रूप में अजय कुमार गोदारा को आमंत्रित किया गया था। अजय गोदारा चंडीगढ़ में नवाचार और कौशल विकास के अग्रणी केंद्र , एनोवेट स्किल के संस्थापक और निदेशक हैं। इसके अतिरिक्त वह भारत सरकार के नीति आयोग के साथ एक अन्वेषक और परिवर्तन संरक्षक के रूप में कार्य करते हैं। अजय गोदारा रोबोटिक्स, इंटरनेट ऑफ थिंग्स (I oT), AI और ड्रोन टेक्नोलॉजी में विशेषज्ञता रखते हैं।
 कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन एवं सरस्वती वंदना के साथ हुई। हिमालयन ग्रुप के चेयरमैन रजनीश बंसल , उपाध्यक्ष विकास बंसल और सीईओ मन्नत बंसल ने मुख्य अतिथि एवं मुख्य वक्ता का औपचारिक स्वागत किया। अध्यक्ष ने राष्ट्र की चिंता के एक बहुत ही महत्वपूर्ण विषय पर बातचीत करने का अवसर देने के लिए शिक्षा मंत्रालय और एआईसीटीई के प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होंने अपने छात्रों को सभी प्रकार की सुविधाएं देने का वादा किया ताकि वे वर्ष 2047 तक विकसित भारत की ओर अग्रसर राष्ट्र निर्माण में योगदान दे सकें। 
समूह के इंजीनियरिंग विभाग के निदेशक डॉ. हरीश महेंद्रू ने मुख्य वक्ता का परिचय दर्शकों से कराया। उन्होंने उन छात्रों के लिए इस कार्यक्रम के महत्व पर भी प्रकाश डाला जिनके कंधों पर 2047 तक एक विकसित देश बनाने के सपने को साकार करने के लिए विकास की ट्रेन चलाने की जिम्मेदारी है। गोदारा ने नवाचार एवं स्टार्टअप पर व्याख्यान प्रस्तुत किया। उन्होंने कम योग्य व्यक्तियों द्वारा विकसित कई नवीन उत्पाद दिखाए। 
इनमें से कुछ थे वॉटर कार, ऑयल टिन केन से बना छोटा कूलर, सोलर हैट मोबाइल चार्जर और पंखा, पैडल से चलने वाली वॉशिंग मशीन, पानी आधारित फ्रिज, कुकर कॉफी मशीन, बहुउद्देशीय चूल्हा (स्टोव) वगैरह। उन्होंने बहुत दिलचस्प और इनोवेटिव उत्पाद पेश किए जो न केवल किफायती हैं बल्कि लोगों के लिए बहुत उपयोगी भी हैं। उन्होंने छात्रों को नवीन उत्पाद विकसित करने के लिए अपनी सोच का विस्तार करने के लिए प्रेरित किया जो दैनिक आधार की समस्याओं को हल कर सकते हैं और इस प्रकार स्केलेबल हो सकते हैं। 
उन्होंने कहा कि आज और भविष्य की प्रौद्योगिकियां आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग पर आधारित हैं। उन्होंने बौद्धिक संपदा और पेटेंट के महत्व पर भी प्रकाश डाला। अजय गोदारा ने पांच लाख रुपये तक की फंडिंग वाली सरकारी योजनाएं भी प्रस्तुत कीं। उन्होंने छात्रों को अपने स्वयं के उद्यम शुरू करने और सतत विकास के लिए नौकरी चाहने वाले नहीं बल्कि नौकरी प्रदाता बनने के लिए प्रेरित किया। अंत में ग्रुप के फार्मेसी विभाग के प्राचार्य डॉ. अश्वनी कुमार ने मुख्य अतिथि एवं सभी दर्शकों को औपचारिक धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया। कार्यक्रम में हिमालयन ग्रुप के 300 से अधिक छात्रों और संकाय सदस्यों ने भाग लिया।

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