कालेज प्रशासन के लिखाफ सड़कों पर उत्तरी आरकेएमवी कालेज की छात्राएं 

एसएफआई आरकेएमवी ईकाई द्वारा आरकेएमवी कॉलेज के अंदर विभिन्न छात्र मांगो को लेकर धरना प्रदर्शन किया गया। जिसमे शिमला जिला सचिवालय साथी पूजा ने कहा की ये कॉलेज प्रशासन कैंपस खेल मैदान में अपनी गाड़ियों की पार्किंग लगाता है और छात्रों को खेल मैदान की सुविधा नहीं देता

Aug 9, 2024 - 19:21
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कालेज प्रशासन के लिखाफ सड़कों पर उत्तरी आरकेएमवी कालेज की छात्राएं 
यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला  09-08-2024
एसएफआई आरकेएमवी ईकाई द्वारा आरकेएमवी कॉलेज के अंदर विभिन्न छात्र मांगो को लेकर धरना प्रदर्शन किया गया। जिसमे शिमला जिला सचिवालय साथी पूजा ने कहा की ये कॉलेज प्रशासन कैंपस खेल मैदान में अपनी गाड़ियों की पार्किंग लगाता है और छात्रों को खेल मैदान की सुविधा नहीं देता। उन्होंने कहा कि ये प्रशासन हर साल छात्रों को पीटीए फीस के नाम पर लूटता है और हर साल 600 रुपये एक्स्ट्रा फीस छात्रों से लेता है। 
उनका कहना है कि प्रशासन छात्रों को पीटीए के नाम पर न लुटें और खेल मैदान की जल्द से जल्द मुरम्मत करें।कैंपस सचिव प्रेरणा ने कहा कि यह प्रशासन इस पीटीए फीस का इस्तेमाल कॉलेज के पर्दों और सोफों पर खर्च करती है जो की छात्रों की सीधे तरह से लूट है। जब एसएफआई ने पीटीए फीस के खिलाफ आरटीआई लगाई थी उस वक्त जांच आई तब पता चला की जिस पीटीए का इस्तेमाल अध्यापकों के रिक्त पदों को भरने के लिए किया जाना चाहिए था। वहीं उसका इस्तमाल कॉलेज के पर्दों सोफों पर किया जा रहा है। और जब एसएफआई कॉलेज के प्रधानाचार्या के पास इन मांगो को लेकर जाति है तो उनका बहुत ही नकारात्मक रवैया देखने को मिलता है और पीटीए की फीस को न लेने से इंकार करते हैं। 
 जब कैंपस खेल मैदान की मुरम्मत करने के लिए एसएफआई मांग उठाती है तो उनका कहना है कि तीन महीनों के अंदर इसे ठीक किया जाएगा। लेकिन एसएफआई का कहना है कि इन तीन महीनों के बाद कैंपस बंद हो जाता है और उस वक्त कैंपस में सर्दियों की छुट्टियां पड़ती है और इस बीच एक स्पोर्ट्स का छात्र अपनी गतिविधि पूरी नहीं कर पाएगा और न ही अपनी खेल की शिक्षा को प्राप्त कर पाएगा। और एसएफआई इन मांगों को 2019 से लेकर  आरकेएमवी कॉलेज में उठा रही है जिसे अभी तक पूरा नहीं किया गया और लगातार छात्रों के मांगों को नकारा गया। आज जब एसएफआई कैंपस के बीच छात्रों के हक के लिए धरना प्रदर्शन कर रही थी उसी बीच कैंपस का प्रशासन छात्रों की आवाज को दबाने आता है और उन्हें धरना प्रदर्शन करने के लिए रोकता है और उनके साथ दुर्व्यवहार करता है । और छात्रों को डराता है।और संगठन के संविधानिक अधिकार को रोकने  की पूरी कोशिश करता है।
एसएफआई जो की सबको शिक्षा और सबको काम का नारा देती है और इसी सोच से आगे बढ़ती है वो इस पीटीए फीस को रोकते हुए जो की सबको शिक्षा से दूर करेगी व छात्रों को लूटती है उसका कढ़ा विरोध करती है। एसएफआई प्रशासन  से मांग करती है कि इसे न लिया जाए और इसे जल्द से जल्द वापिस लिया जाए। और प्रशासन ने यह भी आश्वासन दिया है की वह खेल मैदान में हुई पार्किंग को 15 दिनों के अंदर अलग करेगा। और अगर कॉलेज प्रशासन छात्रों की इन मांगों को पूरा नहीं करेगा तो एसएफआई आने वाले समय में उग्र आंदोलन करेगी।

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