न्यूज़ एजेंसी - दिल्ली 23-10-2025
बिहार चुनाव को लेकर महागठबंधन ने आज एक साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस की। तमाम अटकलों पर विराम लगाते हुए महागठबंधन ने बिहार विधानसभा चुनाव में तेजस्वी यादव को अपना मुख्यमंत्री चेहरा घोषित कर दिया है। राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अशोक गहलोत ने गठबंधन की तरफ से आयोजित एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में आज यहां राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता तेजस्वी प्रसाद यादव को महागठबंधन का मुख्यमंत्री चेहरा घोषित किया।
इस घोषणा के समय घटक दलों के प्रमुख नेता भारत की कम्युनिस्ट पार्टी मार्क्सवादी लेनिनवादी (भाकपा-माले) के दीपंकर भट्टाचार्य, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के ललन चौधरी और विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के मुकेश सहनी उपस्थित थे। (वीआईपी) के मुकेश सहनी को उपमुख्यमंत्री का चेहरा घोषित किया गया। अशोक गहलोत ने अपने संबोधन में कहा कि उपमुख्यमंत्री पद के लिए और भी नाम सामने आ सकता है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने घोषणा करते हुए कहा कि यह फैसला पार्टी के शीर्ष नेताओं राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे के साथ अन्य घटक दलों के वरिष्ठ नेताओं ने मिल कर लिया है। उन्होंने कहा कि तेजस्वी के नेतृत्व में महागठबंधन ने 2020 के बिहार विधानसभा चुनाव में अच्छा प्रदर्शन किया था और महज कुछ हजार वोटों के अंतर से सरकार बनाने का मौका गंवा दिया था।
अशोक गहलोत ने कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी की हाल ही में हुई ‘वोटर अधिकार यात्रा’ के दौरान, बिहार में महागठबंधन के सभी घटक दलों ने जबरदस्त एकता का परिचय दिया था। उन्होंने कहा कि महागठबंधन ने अपना मुख्यमंत्री चेहरा घोषित कर दिया है लेकिन राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) में मुख्यमंत्री का चेहरा कौन होगा इसका कोई अता पता नही है। कहा कि राजग ने कहा है कि बिहार चुनाव नीतीश कुमार के नेतृत्व में लड़ा जाएगा लेकिन भारतीय जनता पार्टी (भाजपा)के शीर्ष नेतृत्व को उनको मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित करने में परहेज है। उन्होंने कहा कि बिहार में भी वही खेल हो रहा है, जो महाराष्ट्र में खेला गया था।
महाराष्ट्र में भी चुनाव एक्नाथ शिंदे के नेतृत्व में लड़ा गया लेक़िन बाद में उनको किनारे करते हुए देवेन्द्र फडणवीस को मुख्यमंत्री बना दिया गया। राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि इस समय देश मे हालात चिंतित करने वाले हैं। प्रजातंत्र खतरे में है। असहिष्णुता बढ़ गयी है और सत्ता के विरोध में बोलने पर नेताओ और पत्रकारों को जेल भेज दिया जाता है। कहा कि समूचे देश की नजर इस समय बिहार चुनाव पर है और वर्तमान सरकार प्रजातंत्र का मुखौटा ओढ़ कर उसे खत्म करने का षड्यंत्र रचा रही है। कहा कि इस तानाशाह सत्ता को उखाड फेंकने के लिए देश मे किसान, मजदूर ,आम आदमी, युवा सभी लामबंद हो रहे हैं।
अशोक गहलोत ने कहा कि मतदाता सूची में गड़बड़ी और जनता के असंतोष को जाहिर करने के लिए ही कांग्रेस के नेता राहुल गांधी ने ‘वोटर अधिकार यात्रा’ निकाली थी, जिसमें राजद नेता तेजस्वी यादव के साथ घटक दलों के नेता दीपंकर भट्टाचार्य, मुकेश सहनी सहित कई नेताओं ने कंधे से कंधा मिला कर साथ दिया है। उन्होंने कहा कि उस यात्रा से जो माहौल बना है वह इस भ्रष्ट और निकम्मी सरकार को उखाड़ फेंकेगा। कहा कि जनता में असंतोष लोकसभा चुनाव के समय भी दिखा था जब 400 सीटों के भाजपा के दावे की हवा निकल गयी थी और कुल 240 सीटों पर उसे संतोष करना पड़ा था।