न्यूज़ एजेंसी - नई दिल्ली 01-05-2024
उत्तर भारत के पहाड़ी राज्यों जम्मू-कश्मीर व हिमाचल प्रदेश में जहां अप्रैल के अंतिम सप्ताह में भी बारिश व बर्फबारी का दौर जारी रहा, वहीं देश के कई राज्यों में भीषण गर्मी ने कहर बरपाया है। मौसम विभाग के अनुसार अप्रैल में इस बार गर्मी ने 100 वर्षों का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। अधिकारियों के अनुसार इस बार 103 साल बाद ऐसा हुआ है, जब अप्रैल में देश के कई हिस्सों में अधिकतम तापमान 43 डिग्री तक पहुंचा गया।
अप्रैल और मई को लेकर मौसम विभाग ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ बैठक में पहले ही चेताया था कि इन दोनों महीनों में अन्य सालों की तुलना में अधिक गर्मी पड़ सकती है। लोकसभा चुनाव के लिए अभी तक दो चरण की वोटिंग हुई है और भीषण गर्मी के कारण कई जगह मतदान भी प्रभावित हुआ है। आईएमडी के मुताबिक, देश के पूर्वी और दक्षिणी प्रायद्वीपीय इलाकों में भीषण लू का असर देखने को मिल रहा है।
अधिकारियों ने बताया कि गर्मी का यह प्रचंड रूप अगले पांच दिन जारी रहेगा। इस दौरान पश्चिम बंगाल, बिहार, ओडिशा और झारखंड के कुछ हिस्सों में भारी हीटवेव की संभावना है। इसके अलावा कर्नाटक, तेलंगाना और आंध्र प्रदेश के कुछ हिस्सों में भीषण गर्मी पड़ सकती है। मौसम विभाग के आंकड़ों के मुताबिक हीटवेव इंडेक्स 40 से 50 डिग्री सेल्सियस तक दर्ज किया जा रहा है।
केरल सहित पूर्वी तट के कई हिस्सों में ये इंडेक्स बढ़कर 50 से 60 डिग्री सेल्सियस तक महसूस किया गया है। अगले 2 दिन पूर्वी भारत में अधिकतम तापमान में 1-2 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी की संभावना है। वहीं अगले 4-5 दिन में मध्य भारत में अधिकतम तापमान में 2-4 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि हो सकती है। अगले 3-4 दिन तमिलनाडु में अधिकतम तापमान 2-3 डिग्री सेल्सियस तक बढ़ने की संभावना है।