सिरमौर के मैदानी इलाकों में धान की रोपाई शुरू,जिला में 8 हजार हेक्टेयर में होता है धान का उत्पादन

सिरमौर जिला के मैदानी इलाकों में इन दिनों धान की रोपाई का कार्य जोरों पर चला है। मानसून देरी से आने की वजह से इस बार धान की रोपाई भी देरी से शुरू हो पाई है।  क्षेत्र के रुखड़ी ,माजरा, धौलाकुआं सहित संपूर्ण पांवटा साहिब घाटी में धान की रोपाई का कार्य जोरो पर

Jul 23, 2024 - 15:53
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सिरमौर के मैदानी इलाकों में धान की रोपाई शुरू,जिला में 8 हजार हेक्टेयर में होता है धान का उत्पादन

हिमाचल समेत साथ लगते राज्यों में भी होती है सिरमौर के धान की मांग

मानसून देरी से आने के चलते किसानों को धान की रोपाई में आई समस्या

यंगवार्ता न्यूज़ - नाहन    23-07-2024

सिरमौर जिला के मैदानी इलाकों में इन दिनों धान की रोपाई का कार्य जोरों पर चला है। मानसून देरी से आने की वजह से इस बार धान की रोपाई भी देरी से शुरू हो पाई है।  क्षेत्र के रुखड़ी ,माजरा, धौलाकुआं सहित संपूर्ण पांवटा साहिब घाटी में धान की रोपाई का कार्य जोरो पर है। जिला में किसानों का भी धान की ओर खासा रुझान देखने को मिलता है। 

मीडिया से रूबरू हुए जिला सिरमौर कृषि विभाग के उपनिदेशक डॉ राजेंद्र ठाकुर ने बताया कि जिला सिरमौर में 8000 हेक्टेयर भूमि पर धान की खेती होती है करीब 15 से 17000 मेट्रिक टन जिला सिरमौर में औसतन धान का उत्पादन किया जाता है। जिला सिरमौर के धान की क्वालटी बेहत अच्छी रहती है जिसके चलते हिमाचल समेत साथ लगते राज्यों में भी खासी डिमांड रहती है। 

जिला के किसानों को धान बेचने के लिए पांवटा साहिब व  धौलाकुआं में एमएसपी पर धान बेचने के लिए केंद्र स्थापित किए जाते हैं। उन्होंने बताया कि जिला के कई स्थानों पर किसान जोरों से धान की रोपाई कर रहे हैं। मानसून देरी से आने के चलते कई क्षेत्रों में किसानों ने धान की रोपाई देरी से ही शुरू की। 

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