नारकीय जीवन जी रहे बुजुर्ग के लिए देवदूत बने संजय , ग्रामीणों की मदद से जगिया राम को पहुंचाया शेल्टर होम 

पांवटा साहिब विधानसभा क्षेत्र के कुलथीना गांव के 70 वर्षीय वृद्ध व्यक्ति जगिया राम पिछले तीन सालों से नर्क जैसी जिंदगी जीने को मजबूर हो रहा है। बुजुर्ग की मदद के लिए पत्रकार एवं समाजसेवी संजय कंवर आगे आये है। संजय कंवर को एक सप्ताह पहले कुलथीना गांव के युवा देवानंद ठाकुर ने फोन के माध्यम से बुजुर्ग की दशा के बारे में बताया

Aug 31, 2024 - 19:05
Aug 31, 2024 - 19:32
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नारकीय जीवन जी रहे बुजुर्ग के लिए देवदूत बने संजय , ग्रामीणों की मदद से जगिया राम को पहुंचाया शेल्टर होम 
यंगवार्ता न्यूज़ - पांवटा साहिब  31-08-2024
पांवटा साहिब विधानसभा क्षेत्र के कुलथीना गांव के 70 वर्षीय वृद्ध व्यक्ति जगिया राम पिछले तीन सालों से नर्क जैसी जिंदगी जीने को मजबूर हो रहा है। बुजुर्ग की मदद के लिए पत्रकार एवं समाजसेवी संजय कंवर आगे आये है। संजय कंवर को एक सप्ताह पहले कुलथीना गांव के युवा देवानंद ठाकुर ने फोन के माध्यम से बुजुर्ग की दशा के बारे में बताया। उस समय संजय कंवर एक बच्ची के दिल का ऑपरेशन करवाने के लिए फोर्टिस अस्पताल मोहाली में थे। वहां से आने के बाद युवक ने फिर संजय कंवर से फोन करके संपर्क किया। 
जिसके बाद संजय कंवर शुक्रवार देर शाम को पांवटा साहिब में तहसील कल्याण कार्यालय में अधीक्षक के पद पर तैनात चतर तोमर के साथ कुलथीना गांव पहुंचे। वहां पर देखा तो 70 वर्षीय बुजुर्ग जगिया राम बहुत ही बुरी दशा में एक कमरे में बिस्तर पर पड़ा हुआ था। कमरे में चारों तरफ गंदगी फैली हुई थी। संजय कंवर को ग्रामीणों से बातचीत करने पर पता चला कि बुजुर्ग के परिवार में कोई नहीं है , वह अकेले ही काफी समय से रह रहा है। 
बुजुर्ग ना तो आंखों से देख सकता है , ना ही सुन सकता है और अपने आप चल भी नहीं सकता। बुजुर्ग जगिया राम तीन साल से ऐसे ही बिस्तर पर पड़ा हुआ है , गांव वाले बुजुर्ग को खाना देते थे तथा सुनील विशेष रूप से बुजुर्ग की देखभाल कर रहा था। गांव की सड़क बंद होने के कारण बुजुर्ग को पांवटा साहिब लाना मुश्किल हो रहा था जिसके बाद संजय कंवर ने गांव के युवाओं से बात की गई तथा युवाओं ने बुजुर्ग को उठाकर सड़क तक लाने के लिए हामी भरी। 
शनिवार सुबह गांव के युवा देवानंद , अजय तोमर , राहुल ठाकुर , सुनील और अंकित आदि ने बुजुर्ग को डंडे पर कंबल में बांधकर कुलथीना से लोभी तक 6 किलोमीटर दूर पैदल चलकर कंधे पर उठाकर लाया। जिसके बाद लोभी से गाड़ी के माध्यम से पांवटा साहिब लाया गया। संजय कंवर ने बताया कि बुजुर्ग को कुछ दिनों तक अंशुल शर्मा के नशा मुक्ति केंद्र पांवटा साहिब में रखा जाएगा। जहां पर बुजुर्ग की मेडिकल जांच की जा रही है। उसके बाद बुजुर्ग को राजस्थान के भरतपुर में स्थित अपना घर आश्रम में शिफ्ट किया जायेगा।

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