अहिंसा-करुणा अपनाने से ही सुलझ सकते हैं संघर्ष, तिब्बती धर्मगुरु दलाईलामा का दुनिया को संदेश
88 वर्षीय तिब्बती आध्यात्मिक नेता ने कहा कि सभी मनुष्यों को अभाव से मुक्ति और भय से मुक्ति का अधिकार है। उन्होंने कहा कि दुनिया भर में लोग मानवाधिकारों के मौलिक मूल्य के प्रति तेजी से जागरूक
यंगवार्ता न्यूज़ - मकलोडगंज 04-12-2023
तिब्बती धर्मगुरु दलाईलामा ने दुनिया में संघर्षों को हल करने के लिए अहिंसा, करुणा को अपनाने और बढ़ावा देने के बारे में एक संदेश लिखा। 88 वर्षीय तिब्बती आध्यात्मिक नेता ने कहा कि सभी मनुष्यों को अभाव से मुक्ति और भय से मुक्ति का अधिकार है।
उन्होंने कहा कि दुनिया भर में लोग मानवाधिकारों के मौलिक मूल्य के प्रति तेजी से जागरूक हो रहे हैं। तिब्बती धर्मगुरु दलाईलामा ने शांतिपूर्वक संघर्षों को हल करने के लिए अहिंसक दृष्टिकोण अपनाने के लिए दुनिया में बदलाव की इच्छा के बारे में बात की।
इस तरह का बदलाव मानवाधिकारों और मानवीय गरिमा को कायम रखता है। दूसरों के प्रति दयालुता और चिंता मूल गुण हैं जो अस्तित्व का आधार बनते हैं और दूसरों को हम और वे के संदर्भ में देखे बिना इन गुणों को बनाए रखने और विकसित करने के लिए अधिक प्रयास करने की आवश्यकता पर जोर दिया।
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